आरा.
विगत कई दिनों से धरती और आसमान तप रहे हैं. सूरज की किरणों के ताप से लोग झुलस रहे हैं. प्रकृति के सामने लोगों को कोई उपाय भी नहीं लग रहा है. पर्यावरण असंतुलन वाली स्थिति बन गयी है. गर्मी से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. मजबूरी में ही घराें से निकल रहे हैं.शाम 6:00 बजे तक पछुआ के झोंकों से चलना हो रहा मुश्किल
हालत ऐसी है की सुबह 7:00 बजे ही तापमान असहनीय हो जा रहा है. बाहर निकलने पर पूरा शरीर जलने लगा रहा है. वहीं, पूरे दिन तो भगवान सूर्य के ताप से लोग त्राहिमाम कर ही रहे हैं. शाम 7:00 बजे तक लू चल रही है. इस समय भी लू के ताप को लोगों की सहन करने की क्षमता नहीं हो रही है.विशेषज्ञ बाेले, पौधारोपण करने की है आवश्यकता
लगातार बढ़ रही गर्मी एवं तापमान को लेकर लोग बेचैन हो रहे हैं. वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि वृक्षों की वर्षों से लगातार कटाई एवं नये पौधों को नहीं लगाने के कारण ऐसी स्थिति बनते जा रही है. यदि वृक्षों की कटाई इसी तरह जारी रही, तो पर्यावरण असंतुलन इस कदर बढ़ जायेगा कि जीवन पर खतरा उत्पन्न हो जायेगा. प्रतिवर्ष तापमान बढ़ रहा है. वृक्षों के नहीं रहने पर आगामी कुछ वर्षों में तापमान इतना बढ़ जायेगा कि आदमी सहित अन्य पशु पक्षियों के जीवन पर भी खतरा उत्पन्न हो जायेगा. ऐसे में पौधारोपण आवश्यक है. पहले विज्ञान के आधार पर लोग प्राथमिकता के तौर पर पीपल, बर, पाकड़ व नीम के पौधे भी अन्य फलदार पौधों के साथ काफी संख्या में लगाते थे. लोगों का कहना है कि पीपल, बर, पाकड़ व नीम के वृक्ष जीवन के लिए काफी आवश्यक है. पीपल के पेड़ दिन-रात ऑक्सीजन देते हैं एवं कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं. वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड के कारण गर्मी बढ़ती है.जब पीपल के वृक्ष होंगे तो वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड की काफी मात्रा अपने में शोषण कर लेंगे.यही स्थिति बर, पाकड़ एवं नीम की है. ऐसे में अन्य फलदार वृक्षों के साथ इन वृक्षों को लगाना भी आवश्यक है, ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे. तापमान अधिक नहीं बढ़ सके.मंगलवार से तापमान के घटना की है संभावना
रविवार को जिले का तापमान अधिकतम 38 डिग्री एवं न्यूनतम 31 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. जबकि सोमवार को इतना ही तापमान रहने की संभावना है. वहीं मंगलवार से तापमान घटने की संभावना व्यक्त की जा रही है. मंगलवार को अधिकतम 34 डिग्री तापमान रहने की संभावना है. आगामी एक सप्ताह तक तापमान 32 डिग्री से 34 डिग्री सेल्सियस रहेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है