आरा.
उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव स्थित बस स्टैंड नंबर-एक के समीप बुधवार की सुबह बाइक सवार हथियारबंद बदमाशों ने इंजीनियर को गोलियों से भूनकर हत्या कर दी. उसे काफी करीब से सात गोलियां मारी गयी हैं. फायरिंग के दौरान मृतक का दोस्त घायल हो गया. मृतक को दाहिने कंधा पर एक, बाएं कंधा के आगे दो, गर्दन के आगे बीच में एक, सिर के पीछे दो एवं पेट पर खून एक छेद का निशान पाया गया है. वहीं जख्मी युवक को बाएं पैर में जांघ पर गोली लगी है. घटना के बाद तीनों बदमाश बाइक से आरा की तरफ भाग निकले. घटना को लेकर आसपास के इलाके में सनसनी मच गयी. सूचना पाकर उदवंतनगर थानाध्यक्ष घटनास्थल पर पहुंचे मामले की छानबीन शुरू कर दी. पुलिस ने घटनास्थल से एक बुलेट तथा पांच खोखा बरामद किया. सूचना पाकर मृतक के परिजन व स्थानीय ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे. आक्रोशित परिजन एवं ग्रामीणों अपराधियों के तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर बेलाउर गांव स्थित बस स्टैंड नंबर एक के पास शव को सड़क पर रखकर जाम कर दिया. इस दौरान करीब चार घंटे तक सड़क को जाम रखा गया. जाम होने के कारण सड़क की दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गयी एवं आवागमन पूरी तरह ठप रहा. सूचना पाकर उदवंतनगर थानाध्यक्ष जयंत प्रकाश पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझा कर जाम हटवाया.दोस्त को आरा स्टेशन छोड़ने जाने के दौरान धर्मेंद्र की हुई हत्या
जानकारी के अनुसार मृतक पवना थाना क्षेत्र के पवार गांव निवासी अवधेश सिंह का 32 वर्षीय पुत्र धर्मेंद्र कुमार है, जो इंजीनियर था. जबकि जख्मी मृतक का दोस्त उसी गांव के निवासी राम सुरेश सिंह का 30 वर्षीय पुत्र राजू कुमार है, जो महाराष्ट्र के मुंबई में रहकर प्राइवेट कंपनी में काम करता है. इधर, मृतक के साथ रहे राजू कुमार ने बताया कि मंगलवार को पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन में मेरा रिजर्वेशन था, जिसको लेकर मैं अपने आठ वर्षीय पुत्र ऋषभ कुमार एवं दोस्त धर्मेंद्र कुमार के साथ बाइक से आरा स्टेशन ट्रेन पकड़ने के लिए आ रहा था. आने के क्रम में जैसे ही वे लोग बेलाउर गांव स्थित बस स्टैंड नंबर एक के पास पहुंचे, तभी एक बाइक पर सवार तीन हथियारबंद बदमाश आये और फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें गोली लगने से उसके दोस्त धर्मेंद्र कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. जबकि वह जख्मी हो गया. दूसरी तरफ जख्मी राजू कुमार ने बताया कि धर्मेंद्र कुमार का उसके गांव के ही भोला यादव से जमीन विवाद है. उसी विवाद के कारण उसके दोस्त की गोली मारकर हत्या की गयी है. जबकि प्राप्त जानकारी के अनुसार भोला यादव और धर्मेंद्र कुमार के बीच कुछ वर्षों से जमीन विवाद चला आ रहा है. इस विवाद को लेकर पूर्व में मृत धर्मेंद्र कुमार के चाचा कांग्रेस यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. कुछ माह बाद भोला यादव के पक्ष के पिंटू यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इसे लेकर दोनों तरफ से प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी. हालांकि छह माह पूर्व में ही दोनों पक्षों के बीच सभी मामलों को लेकर सुलाह हो गया था.एफएसएल की टीम ने की जांचपवार गांव निवासी इंजीनियर धर्मेंद्र की हत्या के बाद जांच के लिए एफएसएल की टीम को बुलाया गया. एफएसएल की टीम घटनास्थल पर पहुंची और खून के धब्बे सहित कई साक्ष्य को संकलन किया. साक्ष्य एकत्रित करने के बाद एफएसएल की टीम वापस लौट गयी. पोस्टमार्टम के दौरान मिला बुलेटपुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया, जहां इमरजेंसी में तैनात ऑन ड्यूटी चिकित्सक ने शव का पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम के दौरान मृतक शरीर से एक एवं एक्सरे के दौरान एक बुलेट बरामद किया गया. आठ के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज, छापेमारी जारी उधर, मृतक के चाचा राम सुरेश सिंह के द्वारा भोला यादव, अंकित गुप्ता एवं जुगेश यादव सहित आठ लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इसके उपरांत पुलिस आरोपियों गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी कर रही है. मृतक के घर में मचा हाहाकारपवना क्षेत्र के पवार गांव निवासी प्राइवेट इंजीनियर धर्मेन्द्र कुमार की हत्या के बाद उसके घर में हाहाकार मच गया. बताया जाता है कि मृतक अपने दो भाई व दो बहन में बड़ा था. उसके परिवार में मां चंद्रावती देवी, पत्नी हेमा देवी व दो पुत्री खुशबू कुमारी, निशबु कुमारी एवं एक पुत्र अभी कुमार है. घटना के बाद मृतक के घर में हाहाकार मच गया है. उसकी मां चंद्रावती देवी, पत्नी हेमा देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है.
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