आरा.
आरा रेलवे स्टेशन पर मारपीट के दौरान जख्मी छात्र की मौत हो गयी. इलाज के दौरान उसने पटना एम्स में सोमवार की सुबह दम तोड़ दिया. घटना को लेकर लोगों के बीच अफरा-तफरी का आलम रहा. जानकारी के अनुसार मृत छात्र टाउन थाना क्षेत्र के पश्चिम टोला मुहल्ला निवासी हरिद्वार ठाकुर का 26 वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार है. वह स्नातक का छात्र था. इधर, मृत छात्र के परिजन ने बताया कि वह करीब दो वर्षों से बीमार चल रहा था. पिछले एक वर्ष से उसका इलाज उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित केजीएमयू अस्पताल से चल रहा था. गत 27 अप्रैल की रात वह अपने पिता हरिद्वार ठाकुर के साथ चंडीगढ़ सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन से लखनऊ जाने के लिए आरा जंक्शन के प्लेटफाॅर्म नंबर दो पर पहुंचा. ट्रेन पर चढ़ने के दौरान कुछ अज्ञात बदमाश आये और उसका कॉलर पकड़ नीचे उतार दिया. सभी बदमाशों ने उसे पीट-पीटकर अधमरा कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था. परिजन द्वारा उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था, जहां से उसे पटना रेफर कर दिया गया था, जिसके बाद परिजन उसका इलाज पटना एम्स में करा रहे थे, जहां 14 दिन चले इलाज के बाद सोमवार की सुबह उसने दम तोड़ दिया. इसके बाद परिजन शव को वापस घर ले आये और शव का दाह-संस्कार कर दिया. वहीं, 27 अप्रैल की रात घटना के बाद मृत छात्र के बड़े भाई सतीश कुमार के द्वारा 28 अप्रैल को रेल थाना में लिखित आवेदन दिया गया था. दिये गये आवेदन में उनके द्वारा बताया गया था कि 27 अप्रैल को उनका छोटा भाई सत्यम कुमार आरा रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म नंबर दो से गाड़ी संख्या (22355) पाटलिपुत्र चंडीगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन चढ़ रहा था. तभी कुछ अज्ञात व्यक्ति द्वारा मारपीट की गयी. इस दौरान सोने का चेन, इलाज के लिए बैग में लेकर जा रहे एक लाख 20 हजार रुपये भी छीन लिया, लेकिन इस मामले में रेल थाना पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी. हालांकि संबंध में रेल थाना अध्यक्ष से बात करने की कोशिश की गयी, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका. बता दें कि इसी माह तीन मई को आरा स्टेशन के प्लेटफाॅर्म नंबर दो पर मोबाइल छिनतई के दौरान मुजफ्फरपुर जिले के कथराई थाना क्षेत्र के सदलपुर गांव निवासी संजय तिवारी को ट्रेन से धक्का दे दिया था, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गये थे. चार मई को भी आरा स्टेशन के प्लेटफाॅर्म नंबर दो पर ही रविवार की सुबह मोबाइल छिनतई के दौरान सिकरहटा थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव निवासी कामेश्वर सिंह की पुत्री तनु कुमारी को भी बदमाशों द्वारा ट्रेन से धकेल दिया गया था, जिससे वह भी गंभीर रूप से जख्मी हो गई थी.हालांकि इस मामले में रेल पुलिस द्वारा त्वरित रूप से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. बता दें कि आरा रेलवे स्टेशन पर इन दोनों छिनतई गिरोह के सदस्य काफी सक्रिय हैं. आये दिन उनके द्वारा घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है