पीरो.
शुक्रवार को पीरो नगर क्षेत्र और अगिआंव बाजार में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सघन छापेमारी अभियान चलाया गया. इस अभियान को लेकर पीरो क्षेत्र में पूरे दिन अवैध रूप से चल रहे निजी हॉस्पिटलों के संचालकों में हड़कंप मची रही और कई संचालक अपने अपने संस्थानों को बंद का गायब हो गये. जिला स्तरीय स्वास्थ्य विभाग की टीम में शामिल डाॅ डीके राय, डीआइओ संजय कुमार सिन्हा, ड्रग इंस्पेक्टर उमा कुमारी के अलावा पीरो के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ रवि कुमार शामिल थे. इस अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कई निजी हॉस्पिटलों की जांच पड़ताल की और आवश्यक दस्तावेज नहीं होने के कारण पीरो में स्थित फोर्ड इमरजेंसी हॉस्पिटल, नंदिनी इमरजेंसी हॉस्पिटल, पॉपुलर इमरजेंसी हॉस्पिटल, मां विंध्यवासिनी हॉस्पिटल और अगिआंव बाजार स्थित विंध्यवासिनी फ्रैक्चर एंड एक्सरे हॉस्पिटल समेत पांच निजी हॉस्पिटलों को सील कर दिया है. जांच अधिकारियों के अनुसार पीरो के मां विंध्यवासिनी हॉस्पिटल में एक ऑपरेशन थिएटर भी पाया गया, जिसे सील कर दिया गया है. शुक्रवार को की गयी कार्रवाई और सील किये गये निजी हॉस्पिटलों पर कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन वरीय अधिकारी को भेजा जायेगा. टीम में शामिल पीरो के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रवि कुमार ने बताया कि छापेमारी की सूचना फैलते ही फर्जी तरीके से हॉस्पिटल चला रहे संचालकों में हड़कंप मच गया और काफी संख्या में निजी हॉस्पिटल के संचालक अपने अपने संस्थानों को बंद कर दिया था. इस कारण छापेमारी अभियान को आगे के दिनों में भी लगातार जारी रखा जायेगा. बता दें कि पीरो अनुमंडल मुख्यालय के अलावा आसपास के कस्बाई बाजारों में भी बड़ी संख्या में निजी हॉस्पिटल खुल गये हैं. इन हॉस्पिटलों में स्वास्थ्य विभाग के किसी मानक का पालन नहीं किया जाता है. ऐसे अधिकतर संस्थानों में बगैर अधिकृत चिकित्सकों के ही ऑपरेशन तक किया जाता है. इसी कारण हाल के वर्षों में इन निजी हॉस्पिटलों में इलाज कराने वाले कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है