आरा.
महादलित समुदाय की महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से भोजपुर महिला कला केंद्र द्वारा शुक्रवार को कोईलवर पंचायत के वार्ड 14 एवं खनगांव पंचायत के रूपचकिया गांव में कारीगर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह पहल हाशिए पर रहनेवाली महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता और स्थायी आजीविका के अवसरों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. कार्यक्रम का उद्घाटन भोजपुर महिला कला केंद्र की सचिव प्रतिष्ठित नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित अनीता गुप्ता, कोषाध्यक्ष गीता देवी, उमा देवी, रीना देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया. इस अवसर पर प्रशिक्षक रीना देवी एवं उमा देवी, कार्यक्रम प्रबंधक रनबीर कुमार सिंह, सुशील कुमार, फील्ड सुपरवाइजर प्रमोद कुमार, मनीष कुमार, धरमू राम, मंजू देवी मौजूद थे. 15 दिनों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आर्टिफिशियल ज्वेलरी बनाने और क्रोशिया का काम सिखाने पर केंद्रित है. ऐसे कौशल जो महिलाओं को एक स्थायी आय अर्जित करने और अपने परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने में सक्षम बना सकते हैं. अपने संबोधन में सचिव अनीता गुप्ता ने महिलाओं के बीच आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देने में ऐसी पहलों के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन कौशलों को हासिल करके, महिलाएं न केवल घर बैठे कमाई कर सकेंगी, बल्कि उन्हें अपने स्थानीय समुदायों से परे मेलों और प्रदर्शनियों में भाग लेने के अवसर भी मिलेंगे, जिससे उनके क्षितिज और बाजार तक पहुंच का विस्तार होगा.यह पहल कौशल विकास और क्षमता निर्माण के माध्यम से महिला सशक्तिकरण और वंचित समुदायों के उत्थान के प्रति भोजपुर महिला कला केंद्र की निरंतर प्रतिबद्धता का एक मजबूत प्रतिबिंब है.
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