बेगूसराय. बेगूसराय में सोमवार को भी अधिकतम तापमान तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के बाद दिन-प्रतिदिन जिले में तापमान बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में इस भीषण गर्मी में बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है. जरा सी भी लापरवाही बच्चों को भारी मुसीबत में डाल सकती है, और लंबे समय के लिये बीमार बना सकती है. इसलिये समय रहते बच्चों की देखभाल करें.
छह महीने तक के बच्चों की कराएं हर घंटे फीडिंग
बेगूसराय सदर अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ ने बताया कि जन्म से लेकर छह महीने तक के बच्चों को इस भीषण गर्मी में हर घंटे फीडिंग कराने की जरूरत है, यानी हर घंटे माँ का दूध बच्चों को दें. इसके साथ ही छह महीने से ऊपर के बच्चों को इस गर्मी में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी भी दे सकते हैं. अगर बच्चा भोजन ग्रहण करना शुरू कर दिया है तो उसे लिक्विड आहार दें. इसके साथ ही तरबूज खिलाएं, क्योंकि इसमें 90 प्रतिशत पानी होता है. तरबूज खिलाने से बच्चों में पानी की कमी नहीं होगी. इसके अलावे बच्चों को तरल पदार्थ दे, जैसे-दाल का पानी, चावल का माड़, कच्चे आम का अंगुरा और नारंगी दें. इसमें गर्मी से लड़ने की क्षमता होता है.तेज बुखार होने पर करें चिकित्सक से संपर्क
भीषण गर्मी के दौरान अगर किसी बच्चों को 100 से अधिक बुखार रहता है, तो उसपर ध्यान देने की जरूरत है. क्योंकि बुखार सर पर आने के बाद चमकी आने का डर रहता है. अगर बच्चा बुखार के दौरान आंख ऊपर नीचे कर रहा हो, मुंह से झाग निकल रहा हो, पेशाब और शौच एक साथ हो रहा हो या शरीर ऐंठ रहा हो तो चमकी का मुख्य लक्षण हो सकता है. ऐसे में बच्चों के सिर पर तुरंत पट्टी करते हुये चिकित्सक से संपर्क करना चाहिये.वर्ष 2019 में चमकी बुखार ने मचायी थी तबाही
बेगूसराय में वर्ष 2019 में भीषण गर्मी के चलते चमकी बुखार ने तबाही मचायी थी. इस चमकी बुखार की चपेट में आकर बेगूसराय के सैकडों बच्चें गंभीर रूप से बीमार हो गये थे. कई बच्चों की मौत भी इस चमकी बुखार के चलते बिहार के अन्य जिलों में हो गयी थी. खासकर मुजफ्फरपुर जिला में चमकी बुखार से कई जानें गयी थी, लेकिन 2019 की घटना से सबक लेते हुये स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. बेगूसराय में तेज धूप व भीषण गर्मी कहर बरपा रहा है. इसी गर्मी में बच्चों को चमकी बुखार होने की संभावना रहती है, लेकिन बेगूसराय सदर अस्पताल चमकी बुखार से लड़ने के लिये पूरी तरह से तैयार है.स्वास्थ्य विभाग ने कहा-चमकी बुखार से बचाव के लिए करें ये उपाय
बच्चों को रात में सोने से पहले खाना जरूर खिलाएंसुबह उठते ही बच्चों को भी जगायें, कहीं बेहोशी या चमक तो नहीं हैबेहोशी या चमक दिखते ही तुरंत एम्बुलेंस या नजदीकी गाड़ी से अस्पताल ले जाएं
कहते हैं चिकित्सक
सदर अस्पताल में चमकी बुखार मरीजों के लिये पूरी तैयारी की गयी है. बाल चिकित्सा वार्ड में 10 बेड चमकी बुखार मरीजों के लिये सुरक्षित कर दिया गया है. दो दिन पहले संबंधित लक्षण वाले दो बच्चे भी इलाज के लिये पहुँचा था, लेकिन चमकी बुखार की पुष्टि नहीं हुई थी. डॉ सुभाष रंजन झा, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है