बछवाड़ा. सरकार के निर्देशानुसार जहां एक तरफ मवेशियों को लम्पी जैसे त्वचा रोग से निजात पाने के लिए पशु चिकित्सक के द्वारा टीकाकरण अभियान चलाया गया. वहीं टीकाकरण नहीं होने के कारण दर्जनों पशु लम्पी त्वचा रोग से ग्रासित होकर मौत के भेंट चढ़ चुके हैं. बताते चलें कि विगत दिनों प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय में लम्पी त्वचा रोग को लेकर पशु को टीकाकरण देने का लक्ष्य रखा गया था. जिसमें पशु चिकित्सा पदाधिकारी अजीत कुमार सिंह व नोडल पदाधिकारी डॉ कुन्दन कृष्णन के द्वारा बताया गया था कि लम्पी त्वचा रोग से बचाव को लेकर मवेशियों को टीका दिया जाएगा, जिससे पशुओं को इस बीमारी से बचाव हो सके. उन्होंने बताया था कि 30 जुलाई तक सभी अट्ठारह पंचायत के सत्ताइस हजार पशुओं को टीकाकरण देने का काम पुरा कर लिया जाएगा. लेकिन स्थानीय लोगों के अनुसार मोबाइल वेटरिनरी युनिट टीम के द्वारा सभी गांव में टीकाकरण नहीं करने के कारण लंम्पी त्वचा रोग से मौत हो रही है. स्थानीय अरवा गांव निवासी अरूण यादव ने बताया कि विगत एक सप्ताह के अन्दर दियारे क्षेत्र में करीब चार दर्जन मवेशियों की लम्पी बीमारी के कारण जान चली गयी. जो सरकार व स्थानीय चिकित्सक के लापरवाही को दर्शाता है. उन्होंने बताया कि प्रखंड में न के बराबर टीका दिया गया है. वही मुरलीटोल निवासी विजय शंकर दास ने बताया कि इलाके में पशु को टीका नहीं दिए जाने के कारण हमारी गाय लम्पी बीमारी का शिकार हो गया. वही अरवा गांव निवासी कुमार रूपेश यादव ने बताया कि इसी बीमारी से ग्रसित होकर हमारी गाय जो पांच महीना की गर्भवती थी उनका निधन हो गया वही मरांची गांव निवासी रामाज्ञा झा,मन्ना यादव ने बताया कि मरांची गांव में भी करीब एक दर्जन मवेशी बीमार हो चुके हैं. और उसकी मौत भी हो चुकी है. वही प्रखंड विकास पदाधिकारी अभिषेक राज ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी, जांचोपरांत दोषी पाए जाने पर उचित कार्यवाही की जाएगी.
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