बेगूसराय. डिजिटल धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के बीच बेगूसराय पुलिस ने एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है. जो महिलाओं को निशाना बनाकर उनका आधार कार्ड अपडेट करने के बहाने लाखो रुपये की ठगी कर रहे थे. डीएसपी इमरान अहमद ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ महिलाओं ने अपने आधार कार्ड में मोबाइल नंबर अपडेट कराया था. इसके तुरंत बाद उनके बैंक खातों से बिना किसी सूचना के पैसे कट गए. जब इस मामले की जांच शुरू हुई तो पता चला कि यह धोखाधड़ी एक सेंटर पर हुई थी. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है. डीएसपी के अनुसार यह गिरोह एक फर्जी लिंक का उपयोग करके आधार कार्ड अपडेट करता था. अपडेट की प्रक्रिया के दौरान वे लोगों के बायोमेट्रिक डेटा को चुरा लेते थे. इस चोरी किए गए डेटा को ह्वाट्सएप के माध्यम से अन्य साथियों को भेजते थे, फिर इसका क्लोनिंग करके विभिन्न सेंटरों से पैसे निकाल लेते थे. इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है. जिनकी पहचान प्रिंस कुमार, सोमनाथ सिन्हा, रंजीत कुमार और सर्वेश कुमार के रूप में हुई है. अभी तक की जांच में प्रिंस का कोई आपराधिक इतिहास सामने नहीं आया है.प्रिंस के बयान के आधार पर पता चला कि वह पहले सोमनाथ के साथ काम करता था और उसे बायोमेट्रिक डेटा भेजता था. सोमनाथ ने फिर रंजीत को और रंजीत ने सर्वेश को यह डेटा दिया. पुलिस ने इन चारों के पास से 5 मोबाइल फोन बरामद किए हैं. जिनमें फर्जी लिंक, चोरी किए गए बायोमेट्रिक डेटा और ठगी से संबंधित ऑडियो कॉल मौजूद हैं. अभी तक 8 पीड़ित महिलाओं की पहचान हो चुकी है. जिनसे लगभग 2 से 2.5 लाख रुपये की ठगी की गई है। प्रत्येक महिला के खाते से 28 से 32 हजार तक रुपये निकाले गए थे. डीएसपी इमरान अहमद ने लोगों से अपील किया है कि वे किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें. बैंक खाते में हमेशा अपना अपडेटेड मोबाइल नंबर दर्ज रखें, ताकि किसी भी लेनदेन का अलर्ट तुरंत मिल सके. अगर आप खुद एसएमएस अलर्ट नहीं समझ पाते हैं, तो अपने किसी विश्वसनीय परिजन का नंबर बैंक खाते से लिंक करवाएं. आधार कार्ड अपडेट या किसी भी सरकारी काम के लिए केवल अधिकृत और लाइसेंसी डेटा सेंटरों पर ही जाएं.
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