बेगूसराय. केवल तीन पंचायतों वाले जिले के शाम्हो प्रखंड में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. एक ओर गंगा और दूसरी ओर किऊल नदी से घिरा यह प्रखंड हर साल बाढ़ की चपेट में आता है. यहां की लगभग 50 हजार आबादी को हर वर्ष बाढ़ की पीड़ा झेलनी पड़ती है. गंगा के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि से शाम्हो-सूर्यगढ़ा मुख्य पथ के दोनों किनारों तक पानी पहुंच चुका है. अगर यही स्थिति रही तो जल्द ही इस सड़क पर भी आवागमन पूरी तरह प्रभावित हो सकता है. सबसे अधिक मुश्किल दियारा क्षेत्र के पशुपालकों को हो रही है जिनके लिए चारा और सुरक्षित स्थान की व्यवस्था कठिन हो गयी है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अकबरपुर बरारी पंचायत के मुखिया कन्हैया कुमार टन्नू ने पूरे प्रखंड के लिए लगभग 25 नावों की व्यवस्था की है. उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी तो नावों की संख्या और बढ़ायी जायेगी. हालांकि अभी तक अंचल प्रशासन की ओर से किसी तरह की सरकारी व्यवस्था नहीं की गयी है. इससे लोगों में चिंता है कि कहीं इस साल भी उन्हें बाढ़ के दौरान सरकारी उपेक्षा का शिकार न होना पड़े. स्थानीय लोग जल्द राहत व बचाव की मांग कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है