Bihar Tourism: बिहार में मानसून के कारण मौसम सुहावना बना हुआ है. ऐसे में लोग वैसे जगह जाना पसंद करते हैं जहां उन्हें हरियाली मिले, पेड़-पौधे ज्यादा से मिले. वीटीआर जैसी जगह जाकर खूबसूरत दृश्य का दीदार करना लोगों को बड़ा अच्छा लगता है. लेकिन, इस बीच पर्यटकों को निराश करने वाली खबर आ गई है. दरअसल, वीटीआर जंगल सफारी में घूमने-फिरने पर रोक लगा दी गई है. यह प्रतिबंध काफी लंबे समय के लिए लगाया गया है. दरअसल, 1 जुलाई से 30 सितंबर पर पर्यटकों की एंट्री पर रोक रहेगी. इसके साथ ही इस फैसले की बड़ी वजह भी बता दी गई है.
इस वजह से लिया गया फैसला
जानकारी के मुताबिक, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघों और अन्य जंगली जानवरों के प्रजनन काल की शुरुआत और मानसून के मौसम को ध्यान में रखते हुए जंगल सफारी पर रोक लगा दी गई है. इस दौरान मंगराहा, वाल्मीकिनगर और गोबर्धना में जंगल सफारी, वाल्मीकिनगर में साइकिल सफारी और गंडक नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण वोटिंग जैसी तमाम गतिविधियों पर रोक लगी रहेगी. साथ ही एक दिवसीय, दो दिवसीय और तीन दिवसीय टूर पैकेज पर भी रोक लगी रहेगी. व्याघ्र पर्यावरण संरक्षण प्राधिकरण के आदेशों का पालन करते हुए बड़ा निर्णय लिया गया है. इस दौरान पर्यटकों के बेहतर अनुभव के लिए जंगल के रास्तों की स्थिति की जांच और मरम्मती का काम किया जाएगा.
ये सभी गतिविधियां रहेंगी जारी
हालांकि, इस दौरान वाल्मीकिनगर, मंगराहा और गोबर्धना में पर्यटकों के लिए ठहरने की सुविधा उपलब्ध रहेगी. साथ ही वाल्मीकिनगर में इको पार्क भी पर्यटकों के लिए खुला रहेगा. लेकिन, जंगल सफारी और अन्य गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा. इधर, यह भी जानकारी सामने आई है कि, पिछले कुछ वर्षों में वाल्मिकी टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ी है. वहीं, जंगल सफारी को लेकर उठाया गया यह कदम जंगली जानवरों के प्रजनन और संरक्षण को बढ़ावा देगा और साथ ही पर्यटकों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगा.
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