वाल्मीकिनगर.
सावन की पहली सोमवारी को लेकर रविवार की शाम से ही वाल्मीकिनगर में कांवरियों की काफी भीड़ उमड़ पड़ी हैं. वाल्मीकिनगर के पवित्र त्रिवेणी नदी व सोनभद्र से जल लेकर विभिन्न शिव मंदिरों के कांवरियों का जत्था रवाना हुआ. बोल-बम के नारों से वाल्मीकिनगर का कोना-कोना गुंजायमान हो उठा. लोग भगवान शिव की भक्ति में लीन होकर बढ़े चले जा रहे थे. जगह-जगह कांवरिया शिव धुन गाते दिखे. भक्ति में नाचते दिखे. वही भीषण गर्मी व धूप छांव में कांवरियों का उत्साह देखने को मिला. सावन के भीषण गर्मी व उमस के बीच शिव भक्त अपनी मंजिल की ओर बढ़ते दिखे. सावन का महीना शिव भक्तों के लिए पावन महीना होता है. वाल्मीकिनगर व सीमावर्ती नेपाल के विभिन्न शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है. शिव भक्त जटाशंकर धाम मंदिर, महाकालेश्वर धाम मंदिर, चंदेश्वर महा शिव मंदिर, इटहिया मंदिर आदि समेत सीमावर्ती त्रिवेणी स्थित शिवालयों में भगवान शिव के मंदिरों में कांवरिया पहुंचने शुरू हो गए हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है