वाल्मीकिनगर.
सावन माह की दूसरी सोमवारी की रौनक वाल्मीकिनगर में देखते ही बन रही है. स्थानीय थाना क्षेत्र में हो रही बारिश के बीच शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. आचार्य पं. रामेश्वर मिश्रा जी महाराज ने बताया कि वाल्मीकि धाम वाल्मीकिनगर के प्राचीन शिवालय जटाशंकर धाम और महा कौलेश्वर धाम आदि मंदिरों में कई श्रद्धालु भक्तों के द्वारा रुद्राभिषेक कराया जाएगा. हर जगह जय शिव, जय शिव, बोल बम, बाबा नगरिया दूर है, जाना जरूर है के नारे गुंजायमान हो रहे हैं. गेरुआ कपड़ों में कांवरियों की भीड़ वाल्मीकिनगर के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर जैसे गोल चौक, तीन आरडी पुल चौक, गंडक बराज, हाई स्कूल, मध्य विद्यालय, गोलघर, अतिथि भवन, लव कुश घाट, काली घाट, सोनहा घाट, बेलवा घाट आदि क्षेत्रों में विशेष रूप से नजर आ रहे हैं. रामनगर से आए रविश मुखिया, नारायण गुप्ता, अभिषेक कुमार, अनुराग कुमार आदि शिव भक्तों ने कहा कि हम सभी हर वर्ष वाल्मीकिनगर स्थित नारायणी संगम तट से जल बोझी कर रामनगर स्थित नर्मदेश्वर महादेव को अर्पण करते हैं. जटाशंकर बाबा और कौलेश्वर बाबा हम सभी भक्तों का समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. सावन की दूसरी सोमवारी में तीन योग है. वहीं आचार्य पंडित उदयभान चौबे ने कहा कि शिवयोग को शिवजी की पूजा और रुद्राभिषेक को अति लाभकारी माना जाता है. रवि योग में अशुभ परिस्थितियां भी शुभ रूप में बदल जाती है. सिद्ध योग भी अति पावन और अति शुभ फलदायक है. इस योग में पूजा अर्चना से विशेष फल प्राप्त होता है. जटाशंकर मंदिर परिसर में दुकान लगाने वाले दुकानदारों की अच्छी कमाई होने का अनुमान है. आमतौर पर हर वर्ष पवित्र सावन के महीने में चार से पांच सोमवारी व्रत होते हैं. उत्तर प्रदेश, बिहार और पड़ोसी देश नेपाल से आने वाले भक्तों की संख्या ज्यादा है. विदित हो कि डाक बम कांवरिया रविवार की शाम संगम तट से जल लेकर जटाशंकर मंदिर में संकल्प कर विभिन्न शिवालयों के लिए प्रस्थान करते हैं. वाल्मीकिनगर से कांवरिया बनकर भक्त नर्मदेश्वर महादेव रामनगर, सोफा मंदिर, पंचमुखी महादेव इटहिया महाराजगंज उत्तर प्रदेश एवं पूर्वी चंपारण के सोमेश्वर महादेव आदि मंदिरों के लिए प्रस्थान करते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है