बेतिया. जिला पदाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को समाहरणालय सभागार में जिला स्तरीय समीक्षा समिति एवं जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति की बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में नगर आयुक्त, नगर निगम बेतिया लक्ष्मण तिवारी, वरीय उप समाहर्ता, बैकिंग, अग्रणी जिला अधिकारी भारतीय रिजर्व बैंक, जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड, अग्रणी जिला प्रबंधक एवं विभिन्न बैंकों के जिला समन्वयक उपस्थित रहे. अग्रणी जिला प्रबंधक, सतीश कुमार द्वारा अवगत कराया गया जिले का साख जमा अनुपात 85.45 प्रतिशत है जो कि बिहार में तीसरे स्थान पर है. साथ ही अन्य एजेंडाओं के बारे में भी अवगत कराया गया. जिला पदाधिकारी ने सभी बैंक के अधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि प्रशासन से किसी प्रकार का सहयोग की अपेक्षा हो तो वह इस बैठक के माध्यम से अवगत कराएं जिससे प्रशासन बैंकों को सहयोग प्रदान कर सके. उन्होंने अग्रणी जिला प्रबंधक को निर्देश दिया कि कार्य प्रगति की पीपीटी अच्छे तरीके से तैयार करें. पीपीटी में स्लाइड एकदम एजेंडावार और स्पष्ट रहे. बैठक में अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित तथा विगत बैठक में प्रगति ठीक नहीं रहने के कारण निदेशक, आर. सेटी, बेतिया के विरूद्ध निलंबन का प्रस्ताव समर्पित करने का निर्देश जिला पदाधिकारी ने दिया. वहीं अनाधिकृत अनुपस्थिति को लेकर डीपीएम, जीविका के वेतन पर रोक सहित शोकॉज करने का निर्देश भी दिया गया. इसके साथ ही बैठक में अनुपस्थित बैंक के अधिकारियों के विरुद्ध उनके राज्य उच्च अधिकारियों द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए डीएम ने निर्देशित किया. एक से पांच तारीख के बीच हर हाल में करें शिक्षकों को वेतन भुगतान : डीएम बेतिया डीएम धर्मेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में शिक्षा विभाग की समीक्षात्मक बैठक हुई. इसमें वेतन भुगतान, अनुकम्पा पर नियुक्ति, विभागीय कार्यवाही के अधीन शिक्षकों के नियमानुसार कार्यवाही से मुक्त करने, मातृत्व अवकाश उपभोग करने वाले शिक्षिकाओं के वेतन भुगतान, एसीपी/एमएसीपी लाभ, सीडब्ल्यूजेसी/एमजेसी, जिला लोक शिकायत निवारण आदि की समीक्षा के अतिरिक्त समग्र शिक्षा, योजना एवं लेखा एवं माध्यमिक शिक्षा अंतर्गत संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा की गयी. समीक्षा के क्रम में डीएम ने निर्देशित किया कि कितनी शिक्षिका मातृत्व अवकाश में गयी हैं तथा उनका वेतन भुगतान की अद्यतन स्थित क्या है, इससे संबंधित प्रतिवेदन तथा जिले में ऐसे कितने शिक्षक/शिक्षिका हैं जो एसीपी/एमएसीपी के लाभ से वंचित हैं, इसकी सूची विहित प्रपत्र में सोमवार तक उपलब्ध कराएं. उन्होंने निर्देश दिया कि शिक्षकों को एसीपी/एमएसीपी का लाभ ससमय मिले, इसे सुनिश्चित करें. उन्होंने निर्देश दिया कि आवंटन की उपलब्धता की स्थिति में शिक्षकों का वेतन भुगतान 01-से 05 तारीख के बीच हर हाल में करना सुनिश्चित करें. जिले के सभी विद्यालयों में अवस्थित शौचालय की समुचित साफ-सफाई व बच्चों के लिए पेयजल की भी समुचित व्यवस्था करें. पीएम पोषण योजना की समीक्षा के दौरान डीएम ने निर्देश दिया कि एमडीएम योजना के तहत बच्चों को सुचारू रूप से भोजन मिलना चाहिए. इसके साथ ही समग्र शिक्षा, स्थापना, साक्षरता, माध्यमिक शिक्षा एवं साक्षरता के कार्यों की भी समीक्षा डीएम द्वारा की गयी. उपस्थित कई बीइओ ने अपनी समस्याओं को डीएम के समक्ष रखा. डीएम ने उनके निराकरण करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. मौके पर डीइओ रविंद्र कुमार, ओएसडी सुजीत कुमार, शिक्षा विभाग के कई डीपीओ व प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी मौजूद रहे.
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