केंद्र व राज्य सरकार द्वारा रसोइयों के साथ किए जा रहे भेदभाव व उपेक्षा का जताया विरोध
बगहा.
बिहार राज्य विद्यालय रसोईया संघ बगहा इकाई ने रसोइयों के साथ किए जा रहे भेदभाव व उपेक्षा के विरोध में रविवार को आदर्श मध्य विद्यालय पटखौली बगहा दो में बैठक की. अध्यक्षता अनुराधा देवी व संचालन प्रखंड अध्यक्ष जयकिशोर साह ने किया. प्रखंड अध्यक्ष ने कहा कि एमडीएम रसोइया के साथ सरकार उपेक्षा व भेदभाव कररही है. उन्हें पारिश्रमिक के रूप में मानदेय मात्र 1650 रुपये दिया जाता है, जो सरकार के दैनिक न्यूनतम मजदूरी से भी काफी कम हैं. इतना ही नहीं साल में 12 माह के बजाय उन्हें 10 माह का ही मानदेय दिया जाता है, जो कहीं से सही नहीं है. 60 वर्ष की उम्र पूरा होने पर पेंशन या किसी तरह की सहयोग राशि नहीं मिलता है. संघ द्वारा 11 सूत्री मांग को लेकर सरकार के समक्ष रखा गया है. जिसमें रसोईया को सरकारी कर्मी घोषित कर न्यूनतम मानदेय की गारंटी की जाए, रसोइयों का तत्काल प्रतिमाह 10 हजार मानदेय सुनिश्चित किया जाए, रसोईया के सेवानिवृत्ति होने पर सामाजिक सुरक्षा के तहत 3000 प्रतिमाह पेंशन दिया जाए आदि मांग शामिल है. बैठक में ललन प्रसाद गोड, हरिहर साह, शगुन, निशा, ललिता, पारस प्रसाद, प्रेम सागर प्रसाद, ललवंती देवी, सरिता देवी, गायत्री देवी, अंतिम देवी, कविता देवी, शारदा देवी, आरती देवी समेत दर्जनों मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है