वाल्मीकिनगर.
टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल 2 के वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र में शाकाहारी और मांसाहारी जानवरों की बढ़ रही तादाद से जहां वन विभाग उत्साहित है. वहीं ग्रामीण खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. शनिवार की देर रात सावन के महीने में भोलेनाथ जटाशंकर मंदिर के नजदीक महाकालेश्वर मंदिर में जल चढ़ाने के लिए आए कांवरियों पर बाघ के हमले का मैसेज सोशल मीडिया पर एक ग्रुप के माध्यम से वायरल हो रहा है.जिससे जंगल के अंदर पूजा पाठ और मंदिर में दर्शन को जाने वाले श्रद्धालुओं के अलावा पर्यटकों में इस खबर से भय का माहौल बनने लगा है.इस बाबत पूछे जाने पर वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि ऐसी कोई घटना घटित नहीं हुई है.वन क्षेत्र के अंदर वन कर्मियों के द्वारा नियमित पेट्रोलियम की जा रही है .सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई गई है. अफवाह फैलाने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.बताते चले कि टाइगर रिजर्व के घने वन क्षेत्र में प्राचीन काल से स्थापित आस्था के महामंदिर जटाशंकर में भारी संख्या में उत्तर प्रदेश नेपाल और बिहार के दूर दराज के भक्त जल चढ़ाने के लिए पहुंचते हैं.आज तक किसी भक्त पर या पर्यटक पर किसी जंगली जानवर के हमले की सूचना नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है