बेतिया. एक ओर अत्यधिक गर्मी के कारण भूखे प्यासे घर से निकलनेवाले स्कूली बच्चों के बेहोशी का दौर आरंभ हुआ तो जिलाधिकारी ने स्कूलों को प्रातःकालीन संचालन का आदेश जारी किया, लेकिन दूसरी ओर बच्चों के मानसिक, शारीरिक विकास के लिए स्कूलों में संचालित पीएम पोषण योजना पर ग्रहण लग गया है. जिले के छह सौ से अधिक स्कूलो में पीएम पोषण का चावल हीं उपलब्ध नहीं है. कारण यह कि स्कूलो में आपूर्ति करने के लिए संबंधित राज्य खाद्य निगम के गोदाम हीं खाली हो गये हैं.
बताते हैं कि जिले के पांच प्रखंड के एसएफसी के गोदामों में खाद्यान्न का चावल नहीं है. जिसको लेकर विद्यालय में बच्चों के लिए बनने वाले एमडीएम पर ग्रहण लग सकता है. इसको गंभीरता से लेते हुए प्रधानमंत्री पोषण योजना के डीपीओ ने बिहार राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक सुमित कुमार को पत्र लिखा था. पत्र में कहा था कि द्वितीय त्रैमासिक(माह जुलाई, अगस्त व सितंबर ) का विद्यालयवार खाद्यान्न आवंटन की सूची एसएफसी पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका है, लेकिन चनपटिया, योगापट्टी, लौरिया, बगहा-एक व बगहा-दो के एसएफसी गोदाम पर खाद्यान्न का अभाव है. ऐसे में विद्यालयवार खाद्यान्न की आवश्यकता तत्काल प्रभाव से है. इसे सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ अविलंब आपूर्ति कराने का अनुरोध किया था. इसको लेकर एसएफसी के जिला प्रबंधक ने विद्यालयवार खाद्यान्न आपूर्ति कराने की प्रक्रिया शुरू कराई. जिसमें अब तक 1314 विद्यालयों को 17 हजार 449 क्विंटल खाद्यान्न का चावल आपूर्ति किया जा चुका है. अभी भी 619 विद्यालयों में 11 हजार 868 क्विंटल खाद्यान्न का चावल आपूर्ति करना बाकी है.
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