Khelo India Games: भागलपुर की मेजबानी में सैंडिस कंपाउंड में खेलो इंडिया यूथ गेम्स शुरू हो गया है.सुबह के सत्र में रिकर्व वर्ग में हुए मुकाबले में पुरुष वर्ग में आंध्र प्रदेश के कोदंडपाणि थरुनीश जाथ्य कुल 720 अंक में 655 अंक लेकर पहला रैंक प्राप्त किया. जबकि मेघालय के देवराज मोहपात्रा ने कुल 653 अंक लेकर दूसरे व महाराष्ट्र के ज्ञानेश चेरले ने 651 अंक लेकर तीसरे पायदान पर रहे. वहीं, महिला वर्ग में एक से तीन स्थान पर महाराष्ट्र की खिलाड़ी का जलवा रहा. कुल 720 अंक में महाराष्ट्र की तेजल राजेंद्र साल्वे ने 697 अंक लेकर पहले स्थान पर रही. वैदेही हिराचंद्र जाधव ने 692 अंक व प्रितिका ने 690 अंक लेकर तीसरे रैंक पर रही. इससे पहले जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने ग्राउंड पर सभी खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया. उन्होंने टारगेट पर निशान भी लगाया. इस अवसर पर सांसद अजय मंडल, एसएसपी ह्दयकांत, सिटी एसपी, डीडीसी सहित जिला व पुलिस प्रशासन, विभिन्न खेल संगठनों के पदाधिकारी, दर्शक आदि मौजूद थे. बता दें कि इसी कड़ी में 10 से 14 मई तक जिला इंडोर स्टेडियम में बैडमिंटन प्रतियोगिता आयोजित होना है.
स्काउट एंड गाइड ने किया मार्च पास्ट
प्रतियोगिता को लेकर स्काउट एंड गाइड के छात्र-छात्राओं ने आकर्षक मार्च पास्ट निकाला. इसमें खिलाड़ी, जिलाधिकारी, एसएसपी सहित जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी भी शामिल हुए. मैच देखने आये लोगों के बीच मार्च पास्ट आकर्षण का केंद्र बना रहा. कुछ देर के लिए एशियन प्रतियोगिता में होने वाले मार्च पास्ट का याद दिलाया. खिलाड़ी भी मार्च पास्ट में शामिल होकर खुशी का इजहार किया. विपिन कुमार सिंह के नेतृत्व में मार्च पास्ट निकाला गया था. स्काउट एंड गाइड के सदस्यों ने ड्रम के धुन तथा रंग बिरंगे झंडे के तले पदाधिकारी के साथ साथ प्लेयर्स का स्वागत करने का काम किया. कार्यक्रम का संचालन सिमरन, रोशन खातून, खुशी कुमारी कर रही थी. इसमें क्राइस्ट चर्च बालिका उच्च विद्यालय, सरयू देवी मोहनलाल बालिका उच्च विद्यालय मिरजानहाट, झुनझुनवाला आदर्श बालिका उच्च विद्यालय, मारवाड़ी इंटर स्कूल, दुर्गा चरण उच्च विद्यालय के छात्र-छात्राएं कार्यक्रम में शामिल हुए.
तीन मिनट में टारगेट पर साधा निशाना
जिला तीरंदाजी संघ के सचिव चंदन कुमार सिंह ने बताया कि प्रतिभागियों को तीन मिनट के अंदर छह तीर से टारगेट साधना होता है. इसके लिए खिलाड़ियों को छह राउंड का मौका दिया जाता है. बताया कि एक टारगेट सही होने पर 10 अंक मिलते है. छह राउंड के आधार पर 36 बार तीर से टारगेट साधना होता है. इसके लिए कुल 360 अंक निर्धारित है. रैंकिंग के लिए दो राउंड का मौका दिया जाता है. पहले व दूसरे राउंड के अंक मिलाकर कुल 720 अंक होते हैं. इसमें जो प्रतिभागी अंक प्राप्त करते हैं, इसी आधार पर खिलाड़ियों का रैंक तैयार किया जाता है. इसी आधार पर फिर उनका मुकाबला एक-दूसरे से होता है. मैच नॉकआउट के आधार पर खेला जाता है. जीतने वाले आगे के राउंड में जायेंगे. हारने वाले प्रतियोगिता से बाहर हो जाते हैं.
विदेशों में देश का तिरंगा लहराने वाली वैदेही व प्रीतिका पहुंची दानवीर की धरती पर
दानवीर राजा कर्ण की धरती से विख्यात स्मार्ट सिटी भागलपुर शहर में पहली बार खेलो इंडिया यूथ गेम में तीरंदाजी प्रतियोगिता में भाग लेने वाली वैदेही व प्रीतिका जो कम उम्र में देश ही नहीं विदेशी धरती पर देश का नाम व तिरंगा लहराने वाली दोनों खिलाड़ी पहुंची. सैंडिस मैदान जहां इस खेल का आयोजन किया गया था. दोनों खिलाड़ियों ने कहा कि देश के कई राज्यों में नेशनल व विदेशों में इंटरनेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में शिरकत की. लेकिन पहली बार बिहार के भागलपुर में आयोजन में इस तरह की व्यवस्था की गयी है, वह कही नहीं देखी. इस तरह की व्यवस्था को देख कर ऐसा लग रहा है कि सब में भागलपुर के लोगों में खेल भावना के साथ-साथ आयोजन को बखूबी निभाने की जिम्मेवारी जानते हैं. रविवार अपने मैच को खेलने पहुंची कई खिलाड़ियों से प्रभात-खबर ने बात की. जिसमें इन दोनों खिलाड़ी जो कम उम्र में इंटरनेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में अपने देश का नाम रौशन किया है.
वैदेही ने कहा, बचपन के शौक को बदला लक्ष्य में
महाराष्ट्र की रहने वाली वैदेही यादव ने बताया कि बचपन से ही तीर-अंदाजी का शौक था जिसमें मैंने इसे अपने लक्ष्य बनाया. वैदेही कहती है कि वो ईरान व बैंकॉक में इंटरनेशनल तीरंदाजी में मेडल प्राप्त किया. भागलपुर पहुंचने और खेल मैदान तक आने में शहर के कुछ हिस्से को देखने को मिला. आयोजन बहुत अच्छा है और सबसे खास यहां पर सुरक्षा सबसे कड़ी है, तो एक खिलाड़ी के लिए बहुत सही होता है.
एक खिलाड़ी के लिए खेल वातावरण कैसा है ये मायने रखता, जो यहां बिल्कुल सही है
महाराष्ट्र की रहने वाली और अपने निशाने से देश को विदेशों से इंटरनेशनल मैच खेल कर मेडल दिलाने वाली प्रीतिका प्रदीप कहती हैं कि इस खेल के लिए किसी ने प्रेरित नहीं किया. मेरे मन था कि मैं देश का तीरंदाजी में नाम ऊंचा करूं जो हमने कोशिश कर किया. प्रीतिका कहती है कि बिहार आने का पहली बार मौका मिला. जिस तरह से भागलपुर में इस तरह का आयोजन किया गया है. इससे साफ लगता है कि ये के लोगों में खेल और खिलाड़ियों के लिए बहुत ही सम्मान की भावना हैं. वो कहती है कि बैंकॉक व ताइवान में इंटरनेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में भाग लिया और देश के लिए मेडल जीत कर लाया.
खेल का माहौल देखने को मिला
मथुरा की रहने वाली निष्ठा गुप्ता भी पहली बार बिहार आयी है. भागलपुर की धरती पर आने के साथ ही मिले सम्मान से वह बहुत खुश है. निष्ठा कहती है कि व देश के कई राज्यों में प्रतियोगिता में भाग लिया है. वह तीरंदाजी के नेशनल प्रतियोगिता में विनर रही है. खेल प्रतियोगिता में बहुत जगहों पर हिस्सा लिया है, लेकिन यहां का आयोजन अपने आप में बहुत ठीक है.
खिलाड़ियों के लिए सेफ्टी जरूरी, जो यहां पर देखने को मिला
दूसरे राज्य से आयी मधुरा वंशिनी जो इसी साल फरवरी में बैंकॉक में हुए इंटरनेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में देश के लिए मेडल जीत कर जायेगी. कहती है कि किसी भी खेल प्रतियोगिता में खिलाड़ी सेफ्टी देखते हैं. भागलपुर में खिलाड़ियों के लिए जिस तरह से सेफ्टी की व्यवस्था की गयी है वह बहुत अच्छा है. खेल के आयोजन में जिस तरह की व्यवस्था की गयी है वह भी बहुत सही है.