Bihar News: बिहार के समस्तीपुर जिले के सभी मिडिल और हाईस्कूलों में ‘सहेली कक्ष’ बनेगा. बिहार शिक्षा परियोजना निदेशक ने इसे लेकर आदेश दिया है. स्कूल के एक कक्ष को सहेली कक्ष बनाकर एक शिक्षिका को नोडल अधिकारी बनाया जायेगा. इनके नेतृत्व में बच्चियों की स्वास्थ्य सुरक्षा पर अलग- अलग काम होंगे. बालिका स्वास्थ्य और स्कूलों में बच्चियों की उपस्थिति बढ़ाने को लेकर यह पहल की गई है. बेटियों के जन्मदिन व अन्य विशिष्ट दिवस पर पैड व साबुन देने की परंपरा विकसित की जायेगी.
हर सप्ताह 30 मिनट की होगी बैठक
महिला विकास निगम, यूनिसेफ व जनप्रतिनिधियों का भी इसमें सहयोग लिया जायेगा. इस प्रोग्राम को लेकर निदेशक ने कहा है कि एक महीने के भीतर इस कक्ष का निर्माण कर विभाग को रिपोर्ट करें. नोडल अधिकारी हर सप्ताह इस कक्ष में बच्चियों के साथ कम से कम 30 मिनट की बैठक करेंगी, जिसमें उनके स्वास्थ्य और समस्याओं पर चर्चा होगी. इससे न केवल सशक्तीकरण होगा बल्कि स्कूलों में बच्चियों की उपस्थिति भी बढ़ेगी.
माहवारी स्वच्छता पर भी होगी बात
डीपीओ एसएसए मानवेंद्र कुमार राय ने बताया कि माहवारी स्वच्छता को लेकर बच्चियों से खुलकर बात और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से उन्हें सारी चीजें बताना. उनमें आ रहे बदलाव के बारे में जानकारी देना. किसी भी तरह की समस्या का समाधान करना भी शामिल रहेगा. पैरेंट्स टीचर मीटिंग में भी इसके बारे में बात करना ताकि अभिभावक भी जागरूक हों. इसके लिए स्कूलों से पर्याप्त जगह की डिटेल्स मांगी गई है. इसमें स्कूल प्रबंधकों को बताना होगा की कक्षा और ग्राउंड का कितना एरिया अर्जित किया गया है. इसका डिटेल्स देना होगा. दिये गये डिटेल के आधार पर स्कूल के एक कक्ष को सहेली कक्ष के रूप में डेवलप किया जायेगा.
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