Bihar: पटना. बिहार में नीतीश कुमार की सरकार लगातार स्वरोजगार के अवसर पैदा करने में लगी है. सरकार की इस पहल का सकारात्मक परिणाम भी दिखने लगा है. गौ पालन जैसे स्वरोजगार में युवाओं की भागीदारी बढ़ी है. बिहार के युवाओं में गौ पालन का क्रेज बढ़ा है. गाय पालन कर कुछ कमाने की इच्छा रखनेवाले युवा नीतीश सरकार की योजना का लाभ ले रहे हैं. राज्य सरकार, किसानों और बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए स्वरोजगार का मौका दे रही है. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने ‘समग्र गव्य विकास योजना’ के तहत आवेदन आमंत्रित किया है.
वेबसाइट पर जाकर करें ऑनलाइन आवेदन
विभाग की ओर से इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया है कि गाय पालन की योजना का लाभ उठाने के लिए 25 जुलाई 2025 तक वेबसाइट dairy.bihar.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. माना जा रहा है कि बिहार सरकार की इस योजना से राज्य में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार दिलाने में बड़ी मदद मिलेगी. ‘समग्र गव्य विकास योजना’ के तहत डेयरी स्थापित करने के लिए अब तक 2 दुधारू मवेशी श्रेणी में 1267 आवेदन आ चुके हैं. वहीं 4 दुधारू मवेशी श्रेणी में 447, 15 दुधारू मवेशी श्रेणी में 75, 20 दुधारू मवेशी श्रेणी में 60 आवेदन आ चुके हैं. इस तरह से अब तक कुल 1849 आवेदन आ चुके हैं. अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो 25 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं.
20 लाख रुपये तक की सरकार दे रही सहायता
इस योजना के अंतर्गत दो, चार, 15 और 20 उन्नत नस्ल के दुधारू मवेशियों/बाछी- हीफर की डेयरी इकाइयों की स्थापना के लिए ऋण-सह-अनुदान की सुविधा दी जा रही है. दो मवेशियों की इकाई के लिए 1.74 लाख रुपये, चार मवेशियों के लिए 3.90 लाख रुपये की लागत निर्धारित की गई है, जिसमें अत्यंत पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति/जनजाति को 75 प्रतिशत और अन्य को 50 प्रतिशत अनुदान मिलेगा. 15 और 20 मवेशियों की इकाइयों पर सभी वर्गों को 40 प्रतिशत अनुदान मिल रहा है, जिसमें 15 मवेशियों/बाछी – हीफर के लिए 15.34 लाख रुपये और 20 मवेशियों/बाछी – हीफर के लिए 20.22 लाख रुपये की लागत निर्धारित की गई है.
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