बिंद. बिंद प्रखंड के उत्तरथु पंचायत के कई गांवों किसानों के 12 सौ बीघे खेतों में लगी धान कि फसल पानी में डूबा हुआ है. किसानों के मंसुबे पर जीराईन, गोइठवा नदी ने पानी फेर दिया ।उत्तरथु के मसिया बिगहा, अहियाचक व मसियाडीह गांव का खंधा जिलानी, गोइठबा नदी व बर्षा के पानी से करीब 12 सौ बीघा खेतों में लगी फसल जलमग्न हो गया है. किसान संतोष महतो, गनौरी प्रसाद, प्रकाश माहतों, जनार्दन माहतो, चंद्रमणी चौहान, प्रसेनजीत पासवान, मुखिया प्रतिनिधि नीतिन कुमार व अन्य ने बताया कि रहुई थाना के हुसेनपुर गांव के खंधा में फैली पानी मसिया बिगहा व मसिया डीह के झगड़ुआ व कृति खंधा मे आने से फसल डूब गया है. मसिया बिगहा खंधा के पानी निकासी बहियार पूल से होता था. कुछ साल पहले जमींदारी बांध बनाने के दौरान वहवा नदी पुल को बंद कर दिये जाने से खंधा का पानी नहीं निकल रहा है. करीब 12 सौ बीधा खेतों में लगी फसल जलसमाधि ले लिया है. किसानों के फसल पानी में डूब जाने से लाखों रूपए का नूकसान हो गया. नदी व वर्षा की पानी किसानों के मंसूबे पर पानी फेर दिया. किसानों की जमा पूंजी खेतों की जोताई, धान की रोपनी व उर्वरक मे खर्च हो गये. नदी व वारिस के पानी ने सबकुछ बर्बाद करके रख दिया. अब खाने के लिए भी दाने दाने को मोहताज होना पड़ेगा. उत्तरथु पंचायत के मुखिया कुंती देवी ने कृषि विभाग के अधिकारियों से किसानों के फसलों की हुई क्षति का आकलन कर सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है.
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