शेखपुरा. मानसून की मेहरबानी से जिले के घाटकुसुंभा प्रखंड में रिकॉर्ड अत्यधिक बारिश दर्ज की गई.16 सेंटीमीटर की बारिश में टाल क्षेत्र के पूरे भूभाग के जन जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया. हरोहर नदी के किनारे स्थित घाटकुसुंभा प्रखंड के लोगों को के जनजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. खेतों में लगे लगभग 300 एकड़ भूभाग के फसल जल मग्न हो गए. किसानो को मुख्यतः धान,मकइ,अरहर फसल में भारी नुक्सान हुआ है. जबकि क्षेत्र के ग्रामीणों को प्रखंड और जिला मुख्यालय आने के लिए यातायात की सुविधा भी प्रभावित होने शुरू हो गई है. घाटकुसुम्भा प्रखंड अंतर्गत लगातार दो दिनों तक मूसलाधार बारिश होने के कारण हरोहर नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुआ है. घाटकुसुम्भा हरोहर नदी का धारा पूरब से पलटकर पश्चिम हो गया है. जिससे बाढ आने की आशंका पूर्ण रूपेण बढ़ गया है. वहीं बटौरा गांव से मुख्य सड़क पर आने के लिए रास्ता बाधित हो गया है. रास्ते पर लगभग 2 फुट पानी बह रहा है, जिससे लोगों को गांव से बाहर निकलने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. पानापुर पंचायत के हरनामचक गांव के किसानों ने बताया कि हरोहर नदी का पानी फैलने से मकई अरहर की फसलों को नुकसान पहुंचा है.घाटकुसुंभा प्रखंड क्षेत्र के पानापुर पंचायत के ग्रामीण हरोहर नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि के कारण काफी भयभीत दिख रहे हैं. लोगों ने जिला और प्रखंड अधिकारियों से इसे लेकर राहत की गुहार लगाई है. मूसलाधार बारिश से नदी तालाबों में जमा पानी शुक्रवार की मध्यरात्रि के बाद शनिवार के तड़के तक जिले के सभी क्षेत्रों में तेज हवा के साथ गरज चमक के साथ लगातार बारिश होती रही. इस दौरान अरियरी प्रखंड क्षेत्र में 7 सेंटीमीटर, चेवाड़ा प्रखंड क्षेत्र में 6 सेंटीमीटर, बरबीघा प्रखंड क्षेत्र में 5 सेंटीमीटर, सदर प्रखंड शेखपुरा क्षेत्र में 4 सेंटीमीटर से कुछ ज्यादा और सबसे कम ढाई सेंटीमीटर बारिश शेखोपुरसराय प्रखंड में दर्ज किया गया. मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार आने वाले दिनों में बारिश का यह दौर जारी रहेगा. उधर सांख्यिकी विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जुलाई माह में भी जिले में औसत से 105 प्रतिशत बारिश होने के बाद अगस्त माह की शुरुआत के साथ ही बारिश की झड़ी लगी हुई है. जुलाई माह में शेखपुरा में जहां 260 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जाती है. वहीं, अगस्त माह में सामान्य बर्षापात का आंकड़ा 205.2 एम एम है. लेकिन महज दो दिनों में ही 100.96 एमएम औसत बारिश दर्ज की जा चुकी है. इससे नदी तालाबों में पानी भर गया है. लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी मानसून के इस वेग से लोगों को यह आंकड़ा पार कर जाने की संभावना दिख रही है. बताया कि एक दिन में इतनी बारिश जिले में इसके लंबे समय से दर्ज नहीं की गई थी. लगातार हो रही बारिश को लेकर मौसम विभाग के साथ-साथ कृषि विभाग और सांख्यिकी विभाग द्वारा भी लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी की गई है. खासकर नीचे क्षेत्र में रहने वाले लोगों को जल जमाव की स्थिति में सुरक्षित स्थान पर जाने का निर्देश दिया गया है. बारिश के दौरान खुले बिजली के तारों एवं जलमग्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूर रहने की हिदायत दी गई है. इसके अलावा वज्रपात से सुरक्षित रहने इस दौरान खुले मैदान, उचचे वृक्ष, जलाशयों या बिजली के खंभों के पास नहीं खड़ा होने को कहा जा रहा है. घर के भीतर भी मोबाइल फोन या अन्य विद्युत उपकरण का प्रयोग सावधानी के साथ करने की दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. उधर, जिला आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा इस पूरी स्थिति पर गहराई से नजर रखी जा रही है. बाढ से निबटने के लिए तैयारी पूरी घाटकुसुम्भा अंचल के अंचल अधिकारी विश्वास आनंद ने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए पॉलीथिन शीट नावों का इकरारनामा एवं सामुदायिक किचन के लिए पांच स्कूलों को चिन्हित किया गया है.जिसमें 20 नावो को इकरारनामा किया गया है एवं सामुदायिक किचन चलाने के लिए घाटकुसुम्भा गांव के ललित नारायण मिस्र प्लस टू विद्यालय चौर कुसुम्भा, मध्य विद्यालय डीहकुसुम्भा ,प्लस टू उच्च विद्यालय बाउघाट , मिडिल स्कूल बाउघाट एवं उच्च विद्यालय पानापुर को समुदाय किचन चलाने के लिए चिन्हित किया गया है. वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घाट कुसुंभा से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर आशा ने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए दवाइयां उपलब्ध करा ली गई
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है