राजगीर. विश्व मगही परिषद के पुरस्कार चयन समिति के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मगही साहित्यकार राजगीर अनुमंडल के बिण्डीडीह निवासी प्रो शिवेंद्र नारायण सिंह ने राज्य सरकार द्वारा गंगा तट पर हेक्सा भवन में मगही हाट बनाने के निर्णय का हार्दिक स्वागत किया है. सरकार का यह निर्णय मगही भाषा के विकास में मील का पत्थर साबित होगा. इस निर्णय के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि 48 करोड़ 96 लाख रुपये की लागत से बनने वाला यह हाट भवन 2026 तक बनकर तैयार होगा. हेक्सा मगही हाट भवन में मगही खानपान, मगही पकवान, मगही हस्तशिल्प, रेस्तरां, खेलकूद और मगही सभ्यता और संस्कृति को पहचान देने वाला हर चीज रहेगा. वहां सम्मेलन भवन के साथ ही मगही साहित्यकारों और शोधकर्ताओं के लिए आवासन की भी व्यवस्था होगी. हाट सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में पूर्णतः सुरक्षित होगा. लिफ्ट से लेकर अन्य आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध होगी. प्रो शिवेंद्र ने बताया कि विश्व मगही परिषद के विभिन्न आयोजनों और कार्यक्रमों में राज्य सरकार से मगही भाषा के विकास और प्रचार प्रसार के लिए अनुरोध किया गया है. इस पर सरकार चरणबद्ध अमल कर रही है. मगही को रोजगार परक बनाने हेतु शिक्षकों की नियुक्ति, राजकीय स्तर पर मगही महोत्सव का आयोजन और अब मगही हाट का निर्माण सरकार द्वारा उसी दिशा में उठाया जाने वाला सकारात्मक कदम है. उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि मगही को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने हेतु विधानमंडल के दोनों सदनों से सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित करवा कर केंद्र सरकार के पास भेजा जाय. अपने स्तर से मगही को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने हेतु केन्द्र सरकार से पहल करने का अनुरोध किया है. इसके बिना मगही का सम्यक विकास संभव नहीं होगा. इस पर खुशी जाहिर करने वालों में मगही हास्य कवि जयराम देवसपुरी, अशोक, अजय, युवा मगही कवि नरेंद्र नेपुरिया, मगही व्यंग्यकार रंजीत दुधु, महेंद्र कुमार विकल, कवयित्री अल्पना आनंद और अनमोल कुमारी शामिल है.
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