केसठ
. प्रखंड के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए ई-शिक्षा कोष एप पर उपस्थिति दर्ज करना अनिवार्य कर दिया गया है. शिक्षा विभाग ने पारदर्शिता और अनुशासित शिक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए एप के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थित दर्ज कराने का फैसला किया है. इसके बाद भी शिक्षकों द्वारा इसमें गड़बड़ी की जा रही है. हाल ही में प्रखंड से ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां ई-शिक्षा कोष एप पर गलत तरीके से उपस्थिति बनाने को लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने प्रखंड क्षेत्र के 72 शिक्षक व विशिष्ट शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की है. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के ज्ञापांक में वर्णित ई-शिक्षा कोष एप पर शिक्षकों के प्रतिदिन विद्यालय पहुंचने एवं विद्यालय से प्रस्थान का दर्ज किए जाने वाले समय व मोबाइल कैमरे द्वारा प्रविष्टि फोटो की जांच के क्रम में पाया गया कि उनके द्वारा कई कार्य दिवस को विद्यालय में बिना उपस्थिति के ही फर्जी ढंग से ड्यूटी दर्शाई गई है. कई दिवसों को बिना मार्ग आउट किए निर्धारित विद्यालय अवधि के पूर्व ही कई शिक्षक गायब हो जा रहे है. विभाग द्वारा इस एप पर उपस्थिति जांच करने पर इसका बड़े पैमाने पर खुलासा हुआ है. जिसके बाद उपस्थित में फर्जीवाड़ा करने वाले शिक्षकों के खिलाफ जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने एक्शन लेते हुए विद्यालय के प्रधानाध्यापक को उक्त 72 शिक्षकों से तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण की मांग करते हुए तीन दिनों के अंदर कार्यालय को सुपुर्द करने का निर्देश जारी किया गया है. जवाब संतोष जनक नही रहने पर करवाई करने की बात कही गई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है