धनसोई. स्थानीय बाजार में लग्न के मौसम में हर घंटे जाम की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा हैं. इस समय का समाधान सिर्फ कागज तक ही सिमट कर रह गया है. स्थानीय प्रशासन द्वारा जाम से निजात के लिए सुबह 9 बजे से रात आठ बजे तक बड़े वाहनों की धनसोई बाजार में नो इंट्री लगायी. वो कुछ माह तक ठीक था,लेकिन इसके बाद फिर दिन में कभी बड़े वाहनों का आना जाना शुरू हो गया. जो नो इंट्री के नाम पर खुली छूट हो गयी है. रोहतास और बक्सर जिले के अंतिम छोर पर स्थित धनसोई बाजार अपने व्यावसायिक गतिविधियों के लिए राजपुर प्रखंड का इकलौता पुराना बाजार है.लेकिन राज्य सरकार से लेकर जिला प्रशासन और अंचलाधिकारी की उदासीनता के कारण धनसोई बाजार अपनी दयनीय स्थिति पर रो रहा है. 6 मार्च 2025 को जिलाधिकारी और एसडीएम ने जमीन की मुआयना कर धनसोई में ग्रीन फील्ड एरिया में बाईपास रोड़ बनाने की बात किया था.पर इस दिशा में अभी कोई कार्य नहीं होने से बाजार के लोगो को अंदेशा है कि शायद प्रखंड की तरह सिर्फ कागज तक ही सीमित रह जाय और लोगो के लिए स्वप्न जैसा हो जाय.इस बाजार की मुख्य पथ की लम्बाई एक किलोमीटर है परंतु चौड़ाई कही चार तो कही पांच मीटर तक ही सिमटा हुआ हैं.कम चौड़ाई होने से बाजार में दोनों ओर से दो वाहनों के आने पर तुरंत जाम लग जाता हैं.दिन के उजाले में बाजार से बड़े वाहन गुजरते है.जिससे जाम की समस्या और विकट हो जाती हैं.बाजार पार करने में वाहनों को आधा घंटा से अधिक का समय लग जाता हैं.जिससे रोज जाम की झाम से परेशान हो रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है