इस बारिश ने विशेषकर किसानों को बहुत राहत दी है. किसान लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे थे ताकि धान की रोपनी का कार्य तेजी से शुरू हो सकें. अब तक ज्यादातर खेतों में नमी की कमी के कारण रोपनी कार्य रुका हुआ था. लेकिन इस अच्छी बारिश के बाद खेतों में जलजमाव की स्थिति बन गई है, जिससे किसानों को धान की बिचड़ा लगाने में सुविधा होगी. महदह के किसान रामलखन चौधरी ने बताया कि पिछले 15 दिनों से हम आसमान की ओर टकटकी लगाए बैठे थे. ट्यूबवेल से खेत में पानी देना महंगा और कठिन था. अब इस बारिश से हमें बड़ी राहत मिली है और रोपनी तेजी से शुरू करेंगे. वहीं कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रामकेवल ने बताया कि यह बारिश किसानों के लिए संजीवनी का काम करेगा. वहीं बताया कि अगले दिन तक बारिश होने कि उम्मीद जताया जिससे किसानों को खेती करने में सहूलियत मिलेगा. जहां किसानों को पानी के लिए बिजली के समस्या को झेलना पड़ रहा था वही बारिश होने से रोपनी में सहूलियत मिलेगा.
बिजली विभाग की लापरवाही उजागर
जहां एक ओर बारिश से लोग राहत की सांस ले रहे थे, वहीं बिजली विभाग की लचर व्यवस्था से उनकी परेशानी दोगुनी हो गयी. बारिश शुरू होते ही कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गयी. शहर के गोलंबर, स्टेशन रोड, वीर कुंवर सिंह कॉलोनी, बस स्टैंड क्षेत्र और ग्रामीण इलाकों जैसे ब्रह्मपुर, नावानगर, सिमरी में भी बिजली घंटे तक गुल रही. उमरपुर निवासी प्रियंका देवी ने बताया कि जैसे ही बिजली गुल हुई, घरों में इनवर्टर ने भी जवाब दे दिया. रातभर पंखा बंद रहने से बच्चों और बुजुर्गों को नींद नहीं आयी. विभाग को चाहिए कि मानसून के दौरान बिजली आपूर्ति को दुरुस्त रखे. बिजली विभाग के अधिकारियों से जब इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बारिश के कारण कई स्थानों पर तारों पर पेड़ की टहनियां गिर गईं, जिससे फाल्ट हो गया. टीम को भेजकर मरम्मत कराई गई, लेकिन समय लग गया.
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक बक्सर सहित आसपास के क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जतायी है. विभाग ने किसानों को सलाह दी है. धान रोपनी का तेजी से करे ताकि जहां पानी कि समस्या के कारण धान की रोपनी नहीं हो रहा था वहां भी अब रोपनी होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है