केसठ
. प्रखंड के विभिन्न नहरों में समय से पानी नहीं आने के कारण क्षेत्र के किसान परेशान व बेहाल है. परंतु सरकार अब तक कोई पहल नहीं कर रही है. यदि किसानों के फसल कमजोर होती है, तो देश व राज्य की अर्थव्यवस्था कमजोर हो जाती है. क्षेत्र में मरम्मती के अभाव में बंद पड़े सरकारी नलकूप को चालू कराने को लेकर सरकार ने अब तक पहल नहीं की है. राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता सुनील कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने कहा कि धान का कटोरा कहे जाने वाले क्षेत्र के किसानों की फसल वर्षा और नहर पर आधारित है. वर्षा नहीं होने एवं नहरों में समय से पानी नहीं आने पर किसानों की फसल कमजोर हो जाती है. जिसे सूखा की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. ऐसी स्थिति में किसानों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाती है. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के फसल की सिंचाई की व्यवस्था को लेकर उदासीन बनी हुई है. रोहिणी नक्षत्र में भी बारिश नहीं होने तथा नहरों में पानी नहीं आने के कारण किसान धान के बिचड़ा को डालने को लेकर परेशान है.उन्होंने कहा कि समय रहते सरकार सिंचाई की स्थायी व्यवस्था नहीं कराती है,तो किसान आंदोलन करने पर बाध्य हो जाएंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है