बक्सर.
जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र अंतर्गत दलसागर में संचालित अवैध मीनी हथियार फैक्ट्री का पर्दाफाश किया गया है. पुलिस को यह कामयाबी शुक्रवार की देर रात एक मकान में छापेमारी के दौरान मिली. मौके से तीन पिस्टल व 18 कारतूसों के अलावा हथियार बनाने वाले विभिन्न तरह के उपकरणों के साथ धंधे से जुड़े छह आरोपियों को दबोचा गया है. हालांकि फैक्ट्री का मुख्य सरगना फरार है. समाहरणालय स्थित पुलिस कार्यालय कक्ष में शनिवार को आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान यह जानकारी पुलिस कप्तान शुभम आर्य ने दी. गिरफ्तार आरोपियों को पेश करते हुए उन्होंने बताया कि दलसागर निवासी दिनेश यादव के मकान में हथियार निर्माण फैक्ट्री संचालित की जा रही थी. इसकी सूचना मिलते ही सदर अनुमंडल पदाधिकारी गौरव पांडेय के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया. सत्यापन के बाद टीम द्वारा फौरन कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर छापेमारी की गयी. जिसमें देसी पिस्टल एवं हथियार बनाने के उपकरणों के साथ धंधेबाजों की गिरफ्तारी की गई. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार धंधेबाजों का पूर्व से आपराधिक रिकार्ड रहा है. मुंगेर के मेकेनिक बना रहे थे हथियारअवैध हथियार निर्माण के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाला सूबे के मुंगेर के मेकेनिकों द्वारा हथियार बनाने का कार्य किया जा रहा था. यह राज तब खुला जब मौके से पकड़े गए आरोपियों में से दोनों मेकेनिकों की पहचान मुंगेर निवासी के रूप में हुई. पूछताछ में उनके द्वारा बताया गया कि स्थानीय तस्करों के द्वारा उन्हें हथियार निर्माण के लिए बुलाया गया था. गिरफ्तार होने वालों में हथियार औद्योगिक क्षेत्र थाना के दलसागर निवासी सुरेन्द्र यादव का पुत्र संदीप यादव, उसी थाना क्षेत्र के बेलाउर निवासी विरेन्द्र पासवान का पुत्र अनूप पासवान व रमाशंकर यादव का पुत्र दयानंद यादव तथा मझरिया के शिव बिहारी उपाध्याय का पुत्र दुर्गेश उपाध्याय तथा मेकेनिकों में मुंगेर के कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मिर्जापुर निवासी राजेश कुमार एवं चंदनबाग का रहने वाला सुनील पोद्दार शामिल हैं.बरामद किए गए सामानमौके से तीन देसी पिस्टल, 18 कारतूस, दो मैगजीन, 04 मोटरसाइकिल, 6 एंड्रायड मोबाइल के अलावा एक हैंडवाइस, एक आरी, दो गोलाकार फ्लैट डिस्क, दो स्क्रू पैकेट, तीन पेचकश, पांच पीस रेती व छेनी समेत अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं. इन उपकरणों का उपयोग हथियार निर्माण के लिए मेकेनिकों द्वारा किया जा रहा था. छापेमारी टीम में औद्योगिक क्षेत्र थानाध्यक्ष संजय कुमार, पुअनि मधु व सपुअनि सुनील कुमार के अलावा डीआइयू टीम के पुलिस पदाधिकारी शामिल थे.
गैंगवार को पुलिस ने किया विफलएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी दुर्गेश उपाध्याय समेत अन्य का संबंध कुख्यात चंदन मिश्र गिरोह से जुड़ा है. पटना के अस्पताल में चंदन मिश्र की हत्या का बदला लेने की नियत से वे एक जगह इकट्ठा हुए थे, लेकिन समय रहते ही उन्हें गिरफ्तार कर पुलिस ने उनके मंसूबे पर पानी फेर दिया. उन्होंने बताया कि इसका खुलासा तकनीकी जांच-पड़ताल व पूछताछ में में हुआ है.फैक्ट्री का किंग पीन है दिनेशएसपी ने बताया कि फैक्ट्री का सरगना दलसागर का दिनेश यादव है. उसी के मकान में अवैध हथियार निर्माण का धंधा चल रहा था. उसी के द्वारा मेकेनिकों को बुलाया गया था. जो छापेमारी के दौरान मौके से फराह हो गया. उन्होंने बताया कि दिनेश की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उसके संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है.
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