बक्सर. सदर अस्पताल में बच्ची की हुई मौत के बाद मंगलवार को दस बजे रात तक दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर परिजनों व स्थानीय लोगों ने बक्सर चौसा मार्ग को जाम कर दिया था. बच्ची की मौत के मामले में दोषी चिकित्सक एवं कर्मियों पर कार्रवाई को लेकर देर रात तक परिजन अस्पताल में जमे रहे. घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम अविनाश कुमार मौके पर पहुंचकर परिजनों को दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद मामला शांत हुआ. इसके बाद बच्ची का पोस्टमार्टम कराया गया. वहीं इस मामले की जांच को लेकर सिविल सर्जन शिव कुमार प्रसाद चक्रवर्ती की अध्यक्षता में कुल छह अधिकारियों की टीम बनायी गयी है. सिविल सर्जन स्वयं पूरे मामले की जांच कमेटी की अध्यक्षता करेंगे. ज्ञात हो कि सदर प्रखंड के वरुणा पंचायत के बिठलपुर गांव निवासी प्रदीप यादव की पुत्री साजल कुमारी की मंगलवार दोपहर के करीब कुत्ता खेलने के दौरान गांव में ही काट लिया था. जिसके बाद परिजन उसे लेकर सदर अस्पताल इलाज करने के लिए लाये. सदर अस्पताल में डॉक्टर अमित कुमार के नेतृत्व में एंटी रेबीज की इंजेक्शन लगायी गयी. जानकारी के अनुसार इंजेक्शन लगने के कुछ ही मिनटों बाद बच्ची की हालत बिगड़ने लगी. डॉक्टरों ने तत्काल इलाज शुरू किया, लेकिन कुछ ही समय के अंदर बच्ची ने दम तोड़ दिया. इसके बाद इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर एवं कर्मी फरार हो गये. जिसके कारण उसके बाद इमरजेंसी मरीजों को इलाज कराने में परेशानी का सामना करना पड़ा. बच्ची की मौत के बाद चिकित्सक व कर्मियों पर आरोप लगाते हुए उसके परिजन अस्पताल परिसर में हंगामा करने लगे. जिन्हें शांत करने के लिए एसडीएम बक्सर अविनाश कुमार के साथ सीडीपीओ गौरव पांडेय बक्सर सदर अस्पताल पहुंचे. जहां उन्हें कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया तथा बक्सर चौसा मार्ग पर आवागमन सुचारू कराया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है