बक्सर
. शहर के गंगा घाटों की सफाई करने में भी गड़बड़झाला सामने आयी है. डीडीसी की अध्यक्षता में गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि गंगा घांटों की सफाई पर प्रत्येक माह लगभग 12.50 लाख रुपये की राशि खर्च करने के संबंध में नगर परिषद द्वारा प्रतिवेदित जवाब सही प्रतीत नहीं हो रहा है. जब कार्यालय द्वारा यह प्रतिवेदित किया जा रहा है कि गंगा घाट भी वार्ड के अंतर्गत ही आते हैं तो उनका अलग से क्यों निविदा किया गया.इस संबंध में नगर परिषद द्वारा जवाब स्पष्ट रूप से नहीं दिया गया और न ही कोई विभागीय आदेश या संकल्प प्रस्तुत किया गया. गौरतलब है कि पुस्तकालय रोड निवासी आकाश कुमार सिंह उर्फ रामजी सिंह ने सीएम के जनता दरबार में शिकायत दर्ज किया था कि बक्सर शहर के गंगा घाटों की सफाई प्रत्येक माह में साढ़े बारह लाख रुपये किसके निर्देश पर खर्च किया गया. साथ ही गंगा घाटों की सफाई में कितने मजदूर प्रत्येक माह लगाए गए. क्या गंगा घाट वार्ड में नहीं आते हैं. जिसकी जांच प्रमंडलीय आयुक्त के आदेश पर डीडीसी की तीन सदस्यीय जांच कमेटी ने की. जिसमें कई और भी मामलों में अनियमितता सामने आयी हैं. वही नालों की उड़ाही में भी घपला किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है