चौसा. प्रखंड अंतर्गत चौसा नगर पंचायत में सोमवार को जीविका के माध्यम से एक अनोखी पहल की शुरुआत करते हुए नीरा काउंटर का उद्घाटन किया गया. जो सिर्फ ग्रामीणों को स्वास्थ्यवर्धक और प्राकृतिक पेय ””नीरा”” उपलब्ध कराएगा, बल्कि महिलाओं की आजीविका और आत्मनिर्भरता को भी सशक्त करेगा. इस अवसर पर जीविका जिला परियोजना प्रबंधक, प्रखंड परियोजना प्रबंधक चौसा, एरिया कोऑर्डिनेटर, कम्युनिटी कोऑर्डिनेटर तथा स्थानीय लोगों की सक्रिय भागीदारी ने इस आयोजन को अत्यंत सफल और प्रेरणादायक बना. चौसा नगर पंचायत में वर्तमान में जीविका के सहयोग से 4 लाइसेंस प्राप्त नीरा टैपर्स कार्यरत हैं. इन नीरा टैपर्स में से एक हैं किरण दीदी और उनके पति सुभाष पासी, जिनका अनुभव और मेहनत इस क्षेत्र में उल्लेखनीय है. सुभाष ने बताया, “मैं वर्षों से ताड़ी और नीरा के काम से जुड़ा हूँ, लेकिन पहले यह सिर्फ एक मजदूरी जैसा काम था. आज जीविका के सहयोग से इसे एक सम्मानजनक व्यवसाय का रूप मिला है. हमारी मेहनत को अब पहचान और बाजार दोनों मिल रहे हैं. ” वहीं, किरण दीदी ने भावुक होकर कहा, “पहले मैं सिर्फ घर तक सीमित थी, पर अब मैं अपने पति के साथ मिलकर नीरा उत्पादन और बिक्री के कार्य में लगी हूँ. जीविका ने हमें पहचान दी, आत्मविश्वास दिया और सबसे बड़ी बात – एक स्थायी आमदनी का स्रोत दिया. ” डीपीएम चौसा ने कहा कि यह पहल सिर्फ आर्थिक सशक्तिकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण समुदाय में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और स्वदेशी प्राकृतिक पेयों को बढ़ावा देने का भी माध्यम बन रही है. नीरा, जो कि पोषक तत्वों से भरपूर होता है, अब स्थानीय स्तर पर सहज रूप से उपलब्ध होगा. जीविका की टीम द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं ताकि नीरा काउंटर का संचालन सुचारु रूप से हो और ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण इससे लाभान्वित हो सकें. यह कार्यक्रम ग्रामीणों के लिए जागरूकता का एक माध्यम भी बना, जहाँ उन्हें नीरा के स्वास्थ्य लाभ और इसके माध्यम से होने वाले आय-सृजन के अवसरों की जानकारी देते हुए बताया कि इस पहल ने साबित कर दिया कि जब महिलाओं को अवसर और सहयोग मिलता है, तो वे न सिर्फ अपने परिवार, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणा बन सकती हैं.
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