राजपुर. प्रखंड के राजपुर गांव में बंदरों का आतंक बढ़ जाने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है. भूखे-प्यासे बंदर दौड़कर लोगों को काटने के लिए झपट रहे हैं. बंदरों के डर से लोग छत पर नहीं जा रहे हैं. यह बंदर घर में घुसते ही घर का सामान खा जाते हैं. बाजार में ठेले पर लगे फल वालों एवं मिठाई दुकानदारों को भी परेशान कर रहे हैं, जिन्हें डंडा लेकर बैठना पड़ रहा है. इसी बीच मंगलवार की सुबह भोजपुर वन प्रमंडल वन विभाग की एक गाड़ी राजपुर बाजार में पहुंची, जिसे देख ग्रामीण भड़क उठे. ग्रामीणों ने कहा कि इसी जालीनुमा गाड़ी से लोग लाकर यहां चोरी-छुपे बंदरों को छोड़ रहे हैं, जिससे इन दिनों लगातार बंदरों की संख्या में वृद्धि हो गयी है. गांव के ग्रामीण हंसपाल गुप्ता, सत्येंद्र मोदी, ब्रजेश सिंह, प्रतुल सिंह सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार की देर रात सुनसान होने पर यहां बंदरों को छोड़ दिया. इससे पहले विगत एक वर्ष पूर्व यहां रातों-रात भारी संख्या में बंदर को छोड़ दिया गया था. इन बंदरो ने अनजान जगह पर पहुंचने से कई लोगों को देखते ही काट दिया था. उन दिनों लगातार राजपुर स्वास्थ्य केंद्र में एंटी रेबीज का इंजेक्शन दिलाने के लिए लोग पहुंच रहे थे. विगत कुछ महीने पूर्व बंदरों की संख्या कम हो गई थी. लेकिन एक बार फिर रात के अंधेरे में बंदरों को छोड़े जाने से आतंक बढ़ गया है. इस गांव के अलावा आसपास के गांव में भी बंदरों का झुंड घूम रहा है. यह बंदर लोगों पर हमला करने के साथ घर में रख खाने-पीने के सामानों को भी अपना निशाना बना रहे हैं. कई आवश्यक चीजों को बंदर छत पर पटक दे रहे हैं जो क्षतिग्रस्त हो जा रहा है. वही वन विभाग के वनरक्षक अनीश कुमार से पूछे जाने पर इन्होंने बताया कि यहां बंदर नहीं छोड़ा गया है. वन विभाग के गाड़ी को लेकर चालक अपने किसी रिश्तेदार के पास आया हुआ था. गाड़ी खड़ी कर उनसे मिलने गया था.
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