राजपुर.
प्रखंड के अकबरपुर पंचायत में कार्यरत स्वच्छता कर्मियों को पिछले 12 महीने का मानदेय नहीं मिला है. जिसको लेकर इन लोगों ने स्थानीय मुखिया एवं पंचायत सचिव के खिलाफ विरोध जताया हैं. स्वच्छता कर्मी गोविंद राम, शशिकांत राम, बीरबल राय ,संतोष बिंद, विनय राम,आलोक कुमार साह, राजा शर्मा, तिलेश्वर नोनिया, वकील चौहान, धनजी कुमार, अंगद चौहान, टुसा डोम, झामलाल राम, संजय कुमार, चुनमुन राजभर ने बताया कि जनवरी 2024 से दिसंबर 2024 तक का मानदेय नहीं मिला है. इस समस्या को लेकर कई बार स्थानीय मुखिया एवं पंचायत सचिव को अवगत कराया गया. फिर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ.कचरा ढोने वाले रिक्शा खराब होने पर भी अपने पैसे से बनवाना होता है. कई कर्मियों के पास अपने परिवार की दैनिक आवश्यकता पूरी करने के लिए भी पैसे नहीं है. कर्मियों ने बताया कि सबसे बड़ी दुखद बात है कि इन बीते दिनों में होली एवं कई महत्वपूर्ण जैसे पर्व में भी लोगों को निराशा हाथ लगी थी. लोगों ने बताया कि जब भी मानदेय संबंधी बात की जाती है, लोग कहते हैं कि स्वच्छता शुल्क वसूलना जरूरी है. जिस मामले में भी अकबरपुर पंचायत से सबसे अधिक स्वच्छता शुल्क भी जमा किया गया है. बार-बार विभाग के लोगों से बात करने पर सिर्फ आश्वासन मिलता है.इसी भरोसे कई कर्मी दूसरे से कर्ज लेकर अपना घर चलाते हैं.इन लोगों ने बताया कि अब घर का खर्च चलाना भी काफी मुश्किल हो गया है. अगर उन्हें वेतन नहीं मिलता है तो काम छोड़कर हड़ताल पर चले जाएंगे.इस संबंध में मुखिया प्रतिनिधि राजेश सिंह ने बताया कि उस वितीय वर्ष के लिए स्वच्छता मिशन कार्य के लिए आन लाइन प्रक्रिया की गयी थी.कुछ तकनीकी कारणों से भुगतान नहीं हुआ है.इसमें सुधार कर भुगतान के लिए भेंजा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है