बक्सर. देश की राजधानी नई दिल्ली में शाहाबाद के ऐतिहासिक सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को अक्षुण्ण बनाए रखते हुए यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पहली बार एक सेमिनार आयोजित किया जा रहा है. जिसमें राजनीतिक, प्रशासनिक, साहित्यिक, पत्रकारिता, चिकित्सा आदि क्षेत्रों से जुड़े शाहाबाद के बुद्धिजीवी शामिल होंगे. इस संबंध में शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति के संयोजक अखिलेश कुमार ने बताया कि पिछले पांच वर्षों से समिति द्वारा चलाये जा रहे अभियान को मुकाम तक पहुंचने के उद्देश्य से संसद सत्र चलने के दौरान हीं दिल्ली के कंस्टिट्यूशनल क्लब में 1 अगस्त को “इतिहास में शाहाबाद और पर्यटन की संभावनाएं विषय पर सेमिनार आयोजित की गयी है. जिसमें बक्सर के सांसद सुधाकर सिंह, दिल्ली सरकार के मंत्री पंकज कुमार सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, आइएएस अधिकारी रश्मि सिंह, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक विनय सिंह सहित कई गणमान्य लोगों ने अभी तक इसमें शामिल होने की अपनी सहमति प्रदान कर चुके हैं और अन्य सांसद विधायक तथा बुद्धजीवियों को भी आमंत्रित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अपने गौरवशाली विरासत को याद करते हुए यहां पर्यटन विकास को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर मंथन होगा और उसे धरातल पर उतारने के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया जायेगा. हाथ हीं रोहतास, भोजपुर, बक्सर तथा कैमूर से चलकर भी इस सेमिनार में शामिल होने वाले जा रहे हैं.
अखिलेश कुमार ने बताया कि शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति के बैनर तले पिछले पांच वर्षों जारी अभियान का सकारात्मक संकेत शाहाबाद की धरती पर दिखने भी लगा है और सरकार यदि इसे गंभीरता से लेती है तो यहां न केवल पलायन रुकेगा बल्कि बाहर के लोगों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे तथा हमारे गौरवशाली ऐतिहासिक सांस्कृतिक विरासत से दुनिया रुबरु भी होगा. उन्होंने बताया कि देश की राजधानी दिल्ली में शाहाबाद को केंद्र में रखकर पहली बार ऐसा प्रयास किया जा रहा है और आने वाले दिनों में इसके सकारात्मक परिणाम भी जरूर देखने को मिलेंगे.
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