धनसोई
. सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों में करोड़ों रुपए खर्च कर पंचायत की जनता के लिए पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया गया. ताकि पंचायतों में रहने वाले निवासियों को जाति आवास, निवास,जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के किए प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना न पड़े.लेकिन इसके विपरीत पंचायतों के सारा कम सिर्फ कागजों में चल रहा हैं. हुआ यह कि एक व्यक्ति अपने बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए कंप्यूटरीकृत जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के उद्देश्य से पंचायत सरकार भवन पर गया.वहां गेट पर ताला लगा हुआ देखा तो ग्राम पंचायत सचिव को फोन किया.ग्राम पंचायत सचिव ने पंचायत सरकार भवन पर कंप्यूटर ऑपरेटर का नंबर दिया.फिर उसने कंप्यूटर ऑपरेटर को काल कर अपनी समस्या को बताया.तो ऑपरेटर ने कहा कि वो अभी राजपुर में है. एसआईआर कार्य को लकर मुझे राजपुर विरमित कर दिया गया है.ऐसे में वह व्यक्ति थक हर कर दलाल के माध्यम से जन्म प्रमाण पत्र बनवाया. क्या है प्रावधानबिहार सरकार के पंचायतीराज मंत्रालय ने पंचायत सरकार भवन पर ग्राम पंचायत के लोगों की सुविधा के लिए आरटीपीएस काउंटर बनाया . ताकि पंचायत की जनता को दूर दराज प्रखंड कार्यालयों में चक्कर लगाने से मुक्ति मिल सकें.लेकिन मुखिया और पंचायत सचिव की मिली भगत से सारा कार्य सिर्फ कागज तक सीमित है.जिससे जनता को आज भी अपना जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए प्रखंड सांख्यिकीय विभाग का चक्कर लगाने को मजबूर हैं.कौन कौन सा कार्य होता है पंचायत सरकार भवन मेंइस संबंध में राजपुर बीडीओ सिद्धार्थ कुमार ने बताया कि पंचायत सरकार भवन पर स्थापित आरटीपीएस काउंटर से कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा दाखिल खारिज आवेदन, लगान रसीद,जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र,विवाह प्रमाण पत्र,सहीत दर्जनों आवेदन और प्रमाण पत्र बनाने के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाया नहीं पड़ेगा.
क्या कहते है पंचायत सचिवइस संबंध में समहुता पंचायत सचिव अमित कुमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने काल रिसीव नहीं किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है