Bapudham Motihari to Sheohar New Rail Line: पूर्वी चंपारण और शिवहर के लाखों लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. अब बापूधाम मोतिहारी से शिवहर तक सीधी ट्रेन सेवा का सपना जल्द ही पूरा होने जा रहा है. इस लंबे समय से रुकी पड़ी योजना को आखिरकार हरी झंडी मिल गई है. रेल मंत्रालय ने मोतिहारी-शिवहर के बीच नई रेल लाइन बनाने के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे की मंजूरी दे दी है. यह रेल लाइन करीब 51 किलोमीटर लंबी होगी, जिससे इन दोनों जिलों के करीब 8 लाख से ज्यादा लोगों को सीधा फायदा मिलेगा.
सर्वे का काम शुरू
रेलवे मंत्रालय ने सर्वे के लिए 72.15 लाख रुपये जारी किए हैं. सर्वे की ज़िम्मेदारी जिस एजेंसी को दी गई है उसने नरकटियागंज में अपना कंस्ट्रक्शन बेस भी बना लिया है. सर्वे पूरा होने के बाद डीपीआर परियोजना बनेगी और रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी. मंजूरी मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी और फिर काम शुरू हो जाएगा.
कहां से कहां तक जाएगी यह रेल लाइन?
यह नई रेल लाइन चिरैया, ढाका और पताही जैसे इलाकों को जोड़ते हुए शिवहर तक जाएगी. साथ ही इसे शिवहर-सीतामढ़ी प्रस्तावित रेल लाइन से भी जोड़ा जाएगा, जिससे मोतिहारी से सीतामढ़ी के बीच करीब 70 किमी लंबी सीधी रेल सेवा शुरू हो सकेगी.
किन इलाकों को होगा फायदा?
इस नई रेल लाइन से पूर्वी चंपारण और शिवहर जिले के करीब 8 लाख से ज्यादा लोगों को सीधा फायदा होगा. इस रूट में लालबेगीया, मिश्रौलिया, चिरैया, नीरपुर, परतापुर, गंगा पीपर, ढाका, बखरी, चंपापुर, पताही, सुगा पीपर, कोहरिया और पंडाल चौक जैसे गांव शामिल हैं. हालांकि फाइनल रूट सर्वे के बाद तय होगा.
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बनेगा बड़ा रेल पुल
इस परियोजना में बूढ़ी गंडक नदी पर एक बड़ा रेल पुल भी बनेगा, सर्वे में भूमि अधिग्रहण, डिज़ाइन, स्टेशन, हाल्ट, अंडरपास, बड़े पुल, जैसे कई पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा.
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रोजगार के नए मौके
शिवहर से सीतामढ़ी के बीच 28 किमी लंबी लाइन का सर्वे पहले ही पूरा हो चुका है और जमीन अधिग्रहण का काम भी चल रहा है. 11 मई को बागमती नदी के दक्षिण में 7.5 एकड़ जमीन रेलवे को सौंप दी गई. इस पूरी रेल परियोजना से मोतिहारी, चिरैया, ढाका, पताही, पिपराही और शिवहर के लोगों को बेहतर आवाजाही और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे.
18 साल बाद सपना होगा साकार
इस रेल परियोजना का प्रस्ताव सबसे पहले 2006-07 के रेल बजट में रखा गया था. तब इसकी लागत 221 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 926.09 करोड़ रुपये हो गई है. करीब दो दशकों के लंबे इंतजार के बाद अब इस क्षेत्र के लोगों को ट्रेन से सीधी यात्रा का अवसर मिलने जा रहा है इससे न सिर्फ आवाजाही में सुविधा बढ़ेगी, बल्कि इलाके का आर्थिक और सामाजिक विकास भी तेजी से होगा. (मानसी सिंह)