Bihar News: पश्चिम चंपारण से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक किसान ने आलू को जमीन के अंदर उगाने के बजाय हवा में उगा दिया. किसान ने एयर पोटैटो की खेती कर एरिया में कृषि क्रांति की नई कहानी लिखी है. यह आलू पारंपरिक आलू की तरह जमीन में उगने के बजाय अनोखे तरीके से लताओं लपर फलता है. साथ ही इस आलू में औषधीय गुण भी हैं. अब यह खेती अपने इलाके में काफी लोकप्रिय हो रहा है. मामला पंश्चिम चंपारण के रामनगर प्रखंड के हरपुर गांव का है. यहां के किसान विजय गिरी ने पहली बार एयर पोटैटो की खेती की है.
एयर पोटैटो देखने पहुंच रहे हैं लोग
खेती में नए प्रयोगों के लिए क्षेत्र में मशहूर विजय गिरी ने कृषि वैज्ञानिकों की सलाह लेकर एयर पोटैटो की खेती की है. अब उनकी मेहनत रंग ला रही है. आस पास के किसान भी अब इस खास किस्म की खेती को देखने और जानकारी लेने विजय गिरी के पास पहुंच रहे हैं. किसान विजय गिरी के अनुसार, खेती में नई नई तकनीक और वैज्ञानिकों तरीकों को अपना कर आर्थिक रूप से सशक्त बन सकते हैं.
क्या है एयर पोटैटो?
एयर पोटैटो एक औषधीय और पोषण से युक्त फसल है, जिसमें अधिक मात्रा में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और पोटैशियम होता है. कृषि वैज्ञानिक डॉ. आशुतोष कुमार के अनुसार, यह हृदय स्वास्थ्य, प्रतिरोधक क्षमता और वजन नियंत्रण में मददगार साबित होता है. उन्होंने आगे कहा कि पश्चिमी चंपारण की मिट्टी और जलवायु इस फसल के लिए बिल्कुल उपयुक्त है. यही वजह है कि इस फसल की खेती करने में अधिक खर्च नहीं होता है. पारंपरिक आलू की तुलना में इस आलू की मांग अधिक होती है. कृषि वैज्ञानिक डॉ. आशुतोष कुमार का कहना है कि यह आलू किसानों के लिए एक बेहतरीन ऑप्शन साबित हो सकता है. अगर किसान इसे बेहतर तरीके से उगाए तो उसे आर्थिक रूप से काफी मदद मिलेगी.