डीएम ने समितियों के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर दिये दिशा-निर्देश
संवाददाता, गया जी.
सितंबर में होने वाले पितृपक्ष मेला महासंगम 2025 के सफल आयोजन के लिए जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर की गठित कार्यसमितियों के साथ जिला पर्षद सभागार में बैठक हुई, जिसमें आवश्यक निर्देश दिये. कहा, मेले के सफल संचालन के लिए 19 कार्य समितियों का गठन किया गया है. प्रत्येक कोषांग में वरीय प्रभारी पदाधिकारी, नोडल पदाधिकारी व सदस्यों के रूप में समाजसेवी व पंडा को शामिल किया गया है. डीएम ने बारी-बारी से सभी समितियों के वरीय प्रभारी पदाधिकारियों से पूर्व वर्ष के कार्य अनुभव व इस वर्ष और अधिक बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए कार्ययोजना के बारे में जानकारी प्राप्त की. आवासन कोषांग के वरीय प्रभारी पदाधिकारी उप विकास आयुक्त ने पूर्व वर्ष में किये गये कार्यों के बारे में बताया. इस पर डीएम ने निर्देश दिया कि सभी आवासन स्थलों पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएं. उन्होंने कहा कि प्रत्येक आवासन स्थल के लिए एक प्रभारी व एक सहायक को प्रतिनियुक्त करें. कहा, पूर्व में जिस आवासन स्थल पर भवन, विद्युत व जलजमाव जैसी समस्याएं थीं, वैसे आवासन स्थल को हटाकर दूसरे का चयन सुनिश्चित करें.अस्थायी व स्थायी शौचालय का निर्माण कराएं
साफ-सफाई कोषांग के वरीय प्रभारी पदाधिकारी नगर आयुक्त ने बताया कि पूर्व में संपूर्ण मेला क्षेत्र को 60 सेक्टरों में बांटा गया था. 24 घंटे सफाई के लिए कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. इस पर डीएम ने निर्देश दिया कि मेला अवधि में प्रत्येक स्तर पर समुचित सफाई के लिए मैनपावर के लिए निविदा करना सुनिश्चित करेंगे. सेक्टरवार साफ-सफाई की निगरानी के लिए एक सुपरवाइजर की प्रतिनियुक्ति करेंगे. उन्होंने कहा कि विष्णुपद मंदिर तथा अन्य घाटों पर जाने वाले पहुंच पथ में आवश्यकतानुसार मोबाइल टॉयलेट अथवा जगह होने पर अस्थायी व स्थायी शौचालय का निर्माण करना सुनिश्चित करेंगे.मुख्य पथों से अतिक्रमण हटाने का निर्देश
जलापूर्ति व स्वच्छता कोषांग तथा सड़क व नाली मरम्मत कोषांग के वरीय प्रभारी नगर आयुक्त को डीएम ने निर्देश दिया कि सभी घाट-तालाबों के आसपास पेयजल के लिए लगाये जाने वाले वाटर टैंकर तथा प्याऊ के पानी की प्रतिदिन सैंपल जांच कराना सुनिश्चित करेंगे. प्याऊ अथवा वाटर टैंकर का पानी अशुद्ध पाया जाता है, तो उसे तुरंत बंद करना सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने निर्देश दिया कि मेला क्षेत्र की मुख्य सड़कों, पहुंच पथ तथा नाली की समुचित सफाई तथा मरम्मत का कार्य मेला प्रारंभ होने के पूर्व करना सुनिश्चित करें.आवासन स्थलों पर फॉगिंग कराने का निर्देश
स्वास्थ्य कोषांग के वरीय प्रभार में एडीएम (आपदा) को नामित किया गया है. उन्होंने बताया कि पूर्व में सभी आवासन स्थल पर स्वास्थ्य कैंप बनाया गया था तथा 92 चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. इस पर डीएम ने निर्देश दिया कि सभी आवासन स्थल पर फॉगिंग हो तथा एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जाये. विद्युत एवं प्रकाश कोषांग के वरीय प्रभारी पदाधिकारी नगर आयुक्त को डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि पूरे शहर के जर्जर बिजली पोल व तार को यथाशीघ्र बदलना सुनिश्चित करेंगे.ट्रैफिक प्लान व कॉल सेंटर को और अधिक प्रभावी बनाएं
परिवहन कोषांग के वरीय प्रभारी एडीएम (विधि व्यवस्था) को डीएम ने निर्देशित किया कि मेला क्षेत्र में नो व्हीकल जोन बनाना सुनिश्चित करेंगे. साथ ही सभी पार्किंग स्थलों पर मोबाइल टॉयलेट तथा पेयजल की सुविधा उपलब्ध रहेगी. उन्होंने पितृपक्ष मेले का ट्रैफिक प्लान बनाने का निर्देश दिया. विधि व्यवस्था कोषांग के वरीय प्रभारी एडीएम (विधि व्यवस्था) ने जानकारी दी कि जगह-जगह पर अस्थायी थाना बनाया जाता है, जहां पुलिस पदाधिकारी व पर्याप्त पुलिस बल (पुरुष एवं महिला) प्रतिनियुक्त होते हैं. इस पर डीएम ने निर्देश दिया कि मेले के दौरान अन्य जिलों से जो फोर्स गया जी में प्रतिनियुक्त होते हैं, उन्हें जानकारी देने के लिए ब्रीफिंग करना सुनिश्चित करेंगे.24 घंटे संचालित रहेगा कॉल सेंटर
कॉल सेंटर कोषांग के वरीय प्रभारी एडीएम ने बताया कि कॉल सेंटर 24 घंटे संचालित रहता है. डीएम ने निर्देश दिया कि वेबसाइट तथा मोबाइल एप का कार्य प्रारंभ करें तथा कॉल सेंटर को और अधिक प्रभावी बनाएं. खाद्य आपूर्ति कोषांग के वरीय प्रभारी एडीएम (राजस्व) ने बताया कि समाजसेवी व अन्य लोगों द्वारा श्रद्धालुओं को नि:शुल्क भोजन, पेयजल व चाय दिया जाता है, जिस पर डीएम ने निर्देश दिया कि जीविका अंतर्गत दीदी की रसोई आवश्यकतानुसार आवासान स्थल तथा मेला क्षेत्र में प्रारंभ कराना सुनिश्चित कराएं.स्मारिका व प्रचार-प्रसार को लेकर दिये निर्देश
स्मारिका व प्रचार प्रसार कोषांग के वरीय प्रभारी एडीएम (राजस्व) को डीएम ने निर्देश दिया कि पत्रकारों के साथ बैठक कर पितृपक्ष मेले का देश-विदेश में प्रचार-प्रसार करना सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि मेला अवधि में गया जी को पितृपक्ष के थीम पर सजाया जाये. उन्होंने निर्देश दिया कि देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु अपने पितरों की तर्पण के निमित्त गया जी आते हैं, तो हमारा दायित्व है कि हम अपने कर्तव्यों का निर्वहन सेवा भाव से करें. उन्होंने कहा कि विष्णुपद मंदिर गर्भ गृह में दर्शन करने के क्रम में जिग जैग बैरिकेडिंग से श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर दर्शन के लिए ले जाया जाता है, वहां पर पर्याप्त संख्या में पंखा, पेयजल, पर्याप्त रोशनी, कारपेट तथा शेड लगाना सुनिश्चित करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है