गया जी. गया जी स्थित धर्मसभा भवन में आयोजित श्री विद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ के दूसरे दिन तक कुल आठ करोड़ आहुतियां सुहासिनी महिलाओं व श्रद्धालुओं द्वारा दी जा चुकी हैं. तीन करोड़ आहुतियों के लक्ष्य के साथ प्रारंभ हुए इस अनुष्ठान में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ ने लक्ष्य को पार कर दिया है. इस सिंदूर महायज्ञ का उद्देश्य बिहार का विकास, भारत की प्रगति, विश्व शांति और लोक कल्याण है. रविवार को आयोजित महायज्ञ में राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, बिहार सरकार की कैबिनेट मंत्री लेशी सिंह, सांसद नीरज शेखर, भाजपा विधायक बीरेंद्र सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक, संत वेंकटेश प्रपन्नाचार्य और कई अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे.श्रद्धा,
शक्ति और सनातन पर बल
उपेंद्र कुशवाहा ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि सनातन धर्म हमारी शक्ति है. मां ललिता जागृत देवी हैं, जिनसे बिहार और भारत की तरक्की की कामना करता हूं. उन्होंने कहा कि सिंदूर महायज्ञ सामाजिक न्याय का प्रतीक बनकर उभरा है. कैबिनेट मंत्री लेशी सिंह ने कहा कि महायज्ञ में हर वर्ग का प्रतिनिधित्व देखकर प्रसन्नता हो रही है. ऐसे आयोजन बिहार के हर गांव में होने चाहिए. अश्विनी चौबे ने कहा कि बिहार की धरती पर यह दूसरा बड़ा सिंदूर महायज्ञ है. यह राज्यवासियों के विकास की प्रार्थना का माध्यम है. सांसद नीरज शेखर ने कहा कि युवा शक्ति को राष्ट्र निर्माण की दिशा में अग्रसर होना चाहिए. विधायक बीरेंद्र सिंह ने कहा कि बिहार के लोगों में सिंदूर महायज्ञ को लेकर गहरी आस्था है और यह आयोजन पूरे राज्य को एकजुट कर रहा है.सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार की योजना
युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा कि अगले तीन महीने में वे पूरे बिहार का दौरा कर युवाओं को सनातन धर्म के ध्वज तले एकजुट करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य ऋषि-कृषि परंपरा को पुनर्जीवित करना है. सिंदूर महायज्ञ ने इतिहास रच दिया है. आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक अनिल ठाकुर, उमेश कुमार, राजेश पांडेय और उपेंद्र त्यागी ने एक स्वर में कहा कि यह महायज्ञ भारतीय संस्कृति और सभ्यता के संवर्द्धन का एक सशक्त माध्यम बन चुका है. दक्षिण और उत्तर भारत को जोड़ने का सांस्कृतिक सेतु भी बन रहा है यह आयोजन, उन्होंने कहा.
आयोजन में शामिल प्रमुख अतिथि
पूर्व विधान पार्षद लालबाबू प्रसाद, संजीव श्याम सिंह, राजू वर्णवाल, महिला आयोग की सदस्य पिंकी कुशवाहा, श्यामा सिंह, अनिल स्वामी, हरिप्रपन्न ””पप्पूजी””, सुरेंद्र कुशवाहा, अमित राय गांधी, रामनरेश महतो, लव कुमार सिंह, रजनीकांत शुक्ला, अनिकेत झा, सोनू मिश्रा, सौरभ भारती पासवान सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे. अतिथियों एवं श्रद्धालुओं का स्वागत अनिल स्वामी व हरिप्रपन्न ने संयुक्त रूप से किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है