गया. अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एएनएमएमसीएच) की इमरजेंसी यूनिट में शुक्रवार को सुबह सात से शाम चार बजे तक एयर कंडीशनर (एसी) बंद रहा, जिससे मरीजों और परिजनों को भीषण गर्मी में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. जानकारी के अनुसार, इमरजेंसी बिल्डिंग के शुरू होने के बाद से ही यहां एसी की समस्या बनी हुई है. सबसे अधिक परेशानी पहली मंजिल स्थित इमरजेंसी वार्ड में है, जहां हर दिन बेड की संख्या से अधिक मरीज भर्ती रहते हैं. अस्पताल प्रशासन ने बताया कि एसी की मरम्मत का जिम्मा एक एजेंसी को सौंपा गया है, लेकिन समय पर काम नहीं हो पा रहा है.
एसी ठीक कराने के लिए बार-बार फोन करना पड़ता है
अस्पताल कर्मियों ने बताया कि एजेंसी को बार-बार फोन करने के बाद भी समय पर मरम्मत नहीं की जाती. वर्तमान में मेडिसिन और सर्जरी वार्ड में मरम्मत कार्य चल रहा है, जहां अब तक एसी की सुविधा नहीं मिल सकी है. खिड़कियों की भी कमी के कारण गर्म हवा सीधे वार्ड में प्रवेश कर रही है, जिससे मरीज और कर्मी दोनों परेशान हैं.स्त्री रोग विभाग में भी एक माह से एसी बंद
एमसीएच बिल्डिंग में स्थित स्त्री रोग विभाग में भी पिछले एक माह से एसी ठप पड़ा है. यहां लेबर रूम और प्रसूता वार्ड में एसी नहीं चल रहा, जिससे गर्भवती महिलाओं को असहनीय गर्मी में रहना पड़ रहा है. जानकारी के मुताबिक, एसी मरम्मत का टेंडर हाल ही में एक एजेंसी को दिया गया था, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है.डिबार की गयी एजेंसी से कराया जा रहा काम
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, जिस एजेंसी को मरम्मत का टेंडर दिया गया है, उसे वैशाली भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता रंजीत कुमार द्वारा 27 फरवरी 2025 तक डिबार कर दिया गया है. इसके बावजूद, वही एजेंसी एएनएमएमसीएच में कार्यरत है.लापरवाही बर्दाश्त नहीं
अधीक्षक डॉ केके सिन्हा ने बताया कि संबंधित एजेंसी को बार-बार पत्र भेज कर समय पर और गुणवत्तापूर्ण काम करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के आइसीयू में एसी बंद रहना गंभीर विषय है. संबंधित एजेंसी से जवाब मांगा जायेगा. किसी को भी मनमाने तरीके से काम करने की छूट नहीं दी जा सकती.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है