Bihar Crime: विकास मित्र सुषमा की हत्या के मामले में पुलिस जांच में जुटी हुई है. जानकारी के अनुसार, सुषमा कुमारी से उसके पति का हमेशा झगड़ा होता था. उसका पति रमेश कुमार उसके साथ नहीं रहता था. रमेश कुमार खिजरसराय थाना क्षेत्र के बरैनी गांव का रहने वाला है. झगड़ा रहने के कारण अक्सर अपने गांव में ही रहता था. खिजरसराय में ट्रक व अन्य गाड़ियां चलाया करता है. परिजनों ने बताया कि रमेश बुधवार को घर में आया व सुषमा के साथ कमरे में बंद हो गया. बाद में सीने में गोली मारी व दरवाजा खोल कर भाग गया. इस दौरान हथियार को खिड़की से बाहर फेंक दिया. सुषमा की मौके पर ही मौत हो गयी थी. फिर भी उसे सीएचसी अतरी में ले गये. सुषमा के तीन छोटे -छोटे बच्चे हैं. इनमें दो बेटे और एक बेटी है. घटना के बाद सभी बच्चे व परिजनों का रो-रोकर हाल बुरा है.
केंद्रीय मंत्री के दूर के रिश्ते में पोती लगती थी सुषमा
जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी के बहनोई के भतीजे पन्ना मांझी हैं, जो जीतनराम मांझी के निजी सचिव के रूप में विगत कई वर्षों से साथ रहते हैं. पन्ना मांझी के फुफेरे भाई रामकृत मांझी हैं और टेटुआ टांड के रहने वाले रामकृत मांझी की बेटी सुषमा कुमारी है. निजी सचिव के रिश्ते से ही सुषमा दूर के रिश्ते में पूर्व सीएम की पोती लगती है. सुषमा की शादी 2007 में बेलागंज थाने के बरैनी गांव के रहनेवाले रमेश सिंह के साथ हुई थी. जब सुषमा अविवाहित थी, तो उसकी बहाली विकास मित्र के रूप में हो गयी थी. विकास मित्र की बहाली के नियमों के अनुसार, उसी पंचायत का आवासीय होना जरूरी है. इस कारण 2007 में शादी होने के बाद सुषमा अपनी ससुराल बेलागंज के बरैनी गांव को छोड़ कर अपने पति के साथ टेटुआ टांड में ही रहने लगी. इस कारण सुषमा का मायका व ससुराल वर्तमान समय में टेटुआ टांड ही है.
सुषमा की बहन के बयान पर आरोपित पति पर केस दर्ज
अतरी थाने के दारोगा रविरंजन कुमार ने बताया कि सुषमा कुमारी के शव का पोस्टमार्टम करा कर उनके परिजनों को सौंप दिया गया है. वहीं, एफएसएल की टीम जांच कर रही है. इस हत्याकांड को लेकर सुषमा की बहन पूनम कुमारी ने अपने बहनोई रमेश सिंह के विरुद्ध अतरी थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है.