बोधगया. अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बोधगया आनेवाले देशी-विदेशी पर्यटकों के साथ ही स्थानीय लोगों के लिए रिवर साइड रोड पर चलना अब जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है. नदियों से बालू उठाव के नाम पर इस मार्ग पर दिन-रात सैकड़ों हाइवा और ट्रैक्टरों का अनियंत्रित परिचालन हो रहा है, जिससे लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं. तेजी से अधिक बालू ढोने की होड़ में ये भारी वाहन सड़क पर चलने वाले इ-रिक्शा, ऑटो, बाइक सवार और पैदल यात्रियों की जान से खेल रहे हैं. हर दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिसमें अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है. हाल ही में पत्रकार विनय मिश्रा की सड़क हादसे में मौत हो गयी, वहीं केंदुई गांव के पास एक व्यक्ति हाइवा की चपेट में आ गया. दो महीने पहले मानव भारती स्कूल के पास दो बाइक सवार युवकों की जान भी इसी वजह से चली गयी थी. बालू से भरे ट्रकों से गिरने वाले बालू के कारण सड़क फिसलन भरी हो गयी है, जिससे ब्रेक लगाने पर गाड़ियां फिसलकर दुर्घटनाग्रस्त हो रही हैं. अमवां पेट्रोल पंप के पास बने धर्मकांटा के कारण समस्या और गंभीर हो गयी है. वहां सड़क पर पानी और बालू जमा रहते हैं, जिससे ट्रैक्टर और हाइवा के साथ अन्य वाहन भी हादसों का शिकार हो रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि किसी विदेशी या बाहरी पर्यटक के साथ हादसा होता है, तो यह प्रशासन और सरकार के लिए बड़ी किरकिरी बन सकती है. इस स्थिति को देखते हुए नगर निगम वार्ड संख्या 46 की पार्षद अमृता कुमारी के प्रतिनिधि साकेत सिंह उर्फ भगत सिंह ने प्रशासन से मांग की है कि सुबह से रात 10 बजे तक रिवर साइड रोड पर भारी वाहनों की नो इंट्री लगायी जाये, जिससे आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
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