लोगों ने दी श्रद्धांजलि
संवाददाता, गया जी़
स्वतंत्रता सेनानी, विद्वान अधिवक्ता, देशबंधु चितरंजन दास की 100वीं पुण्यतिथि आजाद पार्क स्थित इनकी प्रतिमा के समक्ष कांग्रेस पार्टी के तत्वावधान में मनायी गयी. सर्वप्रथम कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने देशबंधु चितरंजन दास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की व उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प दोहराया. इसके बाद उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला गया. कार्यक्रम में पार्टी के बिहार प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक खान अली, बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, टिंकू गिरि, मुन्ना मांझी सहित कई अन्य शामिल रहे. इन नेताओं ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गया में 26 दिसंबर 1922 को आयोजित वार्षिक अधिवेशन की अध्यक्षता करते हुए चितरंजन दास ने अपने उद्घाटन भाषण में गांधी जी की अनुपस्थिति को गहरी क्षति बताते हुए कहा था कि इस कठिन समय में गांधी जी हमारे बीच उपस्थित होते, तो उनका मार्गदर्शन हमें दिशा देता. अने निधन से कुछ समय पहले ही देशबंधु चितरंजन दास ने अपना घर व सारी जमीन राष्ट्र के नाम कर दी थी. जिस घर में वे रहते थे, वहां अब चितरंजन दास राष्ट्रीय कैंसर संस्थान है. दिल्ली के प्रसिद्ध आवासीय क्षेत्र सीआर पार्क का नाम भी देशबंधु चितरंजन दास के नाम पर रखा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है