गया. चेरकी बाजार में स्थित आरए पैलेस में अल्पसंख्यक अधिकार मंच के तत्वावधान में एक दिवसीय वक्फ कन्वेंशन का आयोजन किया गया. कन्वेंशन की अध्यक्षता चेरकी के सुल्तान अंसारी व रामवृक्ष प्रसाद ने किया. साथ ही संचालन शमीम अहमद ने किया. कन्वेंशन के आरंभ में पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद हुए 26 लोगों को श्रद्धांजलि दी गयी और उनके परिवार के प्रति संवेदना एवं एकजुटता का इजहार किया गया. वक्फ कन्वेंशन में आधार पत्र डॉ अली इमाम खां ने पेश किया और इसके माध्यम से वक्फ के ऐतिहासिक परिपेक्ष्य, धार्मिक पक्ष, कानूनी स्वरूप, सामाजिक-सांस्कृतिक, कल्याणकारी व आर्थिक पक्ष को स्पष्ट करते हुए कहा कि नये कानून का नामकरण उम्मीद किया गया है. इससे वक्फ शब्द गायब है और यह सरकार की मंशा को दर्शाता है. साथ ही यह नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन, अल्पसंख्यक विरोधी विशेष कर मुस्लिम विरोधी और भेदभाव करने वाला है. कन्वेंशन में मोहम्मद सुलेमान, कारू पासवान, सुल्तान अंसारी, रामवृक्ष प्रसाद, फरीद खां और हैदर खां ने भी अपने विचार साझा किये और इस बात को दोहराया कि यह मामला सर्वोच्च न्यायालय में प्रक्रिया अधीन है, इसलिए सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार करने की जरूरत है और जनसंवाद एवं जन विमर्श के माध्यम से लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. धन्यवाद ज्ञापन चेरकी के मोहम्मद इम्तियाज अहमद ने किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है