वजीरगंज. नगर पंचायत क्षेत्र के दखिनगांव में बुधवार दोपहर करीब साढ़े 11 बजे अज्ञात अपराधियों ने घर में घुसकर अशोक सिंह और उनके इकलौते पुत्र कुणाल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना की सूचना मिलते ही वजीरगंज पुलिस मौके पर पहुंची. इसके बाद वजीरगंज डीएसपी सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की विस्तृत जानकारी ली. प्राप्त जानकारी के अनुसार, अशोक सिंह पांच भाइयों में सबसे बड़े थे. उनको एक पुत्र कुणाल सिंह और एक पुत्री बंटी कुमारी हैं. घटना के समय अपराधी घर में घुसे और कुणाल सिंह को निशाना बनाया. बताया जाता है कि सबसे पहले अपराधियों ने कुणाल सिंह को उनके चाचा बूटू सिंह के घर पर गोली मारी. गोली लगने के बाद कुणाल वहां से भागे, पर अपराधियों ने पीछा कर कुणाल के सिर में गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी. इसके बाद अपराधी सीधे अशोक सिंह के घर पहुंचे, जहां वह अपने बेड पर आराम कर रहे थे. उन्हें भी नजदीक से गोली मार दी गयी, जिससे उनकी भी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. परिजनों ने बताया कि संपत्ति विवाद इस घटना की वजह हो सकता है.
चार कट्ठा जमीन बेचने के विवाद को बताया जा रहा कारण
मृतक की बूढ़ी मां रामप्यारी देवी के अनुसार, दखिनगांव और खड़उंआ में उनकी कुछ पैतृक संपत्ति थी. हाल ही में छोटे भाई गुड्डू सिंह के पुत्र नीतीश कुमार ने उस संपत्ति में से चार कट्ठा जमीन बेच दी थी, जिस पर अशोक सिंह ने आपत्ति जतायी थी. इसको लेकर परिवार में कई बार विवाद हुआ और नीतीश द्वारा अशोक सिंह को जान मारने की धमकी भी दी गयी थी. अशोक सिंह लंबे समय से फायलेरिया रोग से पीड़ित थे और घर में ही रहते थे। उनकी पत्नी पहले ही स्वर्गवासी हो चुकी हैं. उनका बेटा कुणाल सिंह दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा था और दो बार परीक्षा भी दे चुका था. वह कुछ दिन पूर्व ही घर आया था और बुधवार को महाबोधि एक्सप्रेस से दिल्ली लौटने की तैयारी में था. मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक की बेटी के आने के बाद दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया. वहीं, घटना के समय मौजूद चाचा बूटू सिंह को हिरासत में लेकर थाने भेज दिया. पुलिस छानबीन कर रही है और अपराधियों की तलाश में छापेमारी जारी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है