गया जी. धान की रोपनी तेज होने के साथ ही जिले में यूरिया सहित अन्य उर्वरकों की मांग में तेजी आ गयी है. बढ़ती मांग को देखते हुए जिला प्रशासन ने उर्वरकों की सुचारु आपूर्ति, मूल्य नियंत्रण और कालाबाजारी पर रोकथाम के लिए सख्ती बरतनी शुरू कर दी है. इसी क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी (डीएओ) संजीव कुमार ने बुधवार को कई खाद दुकानों का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान दुकानों में बिक्री हो रहे उर्वरकों के मूल्य, स्टॉक की स्थिति और मूल्य तालिका की जांच की गयी. वजीरगंज प्रखंड स्थित मेसर्स सतगुरु खाद भंडार और श्रीराम एजेंसी, तथा फतेहपुर प्रखंड के मेसर्स लक्ष्मी कृषि केंद्र में उर्वरक स्टॉक में अंतर, मूल्य सूची और स्टॉक बोर्ड प्रदर्शित न होने की शिकायतें पायी गयीं. वहीं, मेसर्स एमएस ट्रेडर्स और मेसर्स किसान खाद बीज भंडार, पोवा की दुकानों के निरीक्षण के समय बिना पूर्व सूचना के बंद पाये जाने पर स्पष्टीकरण मांगा गया है. इसके अतिरिक्त मेसर्स गणेश खाद भंडार में बिक्री रजिस्टर और भंडारण पंजी संधारित न रहने पर भी कार्रवाई की तैयारी है. डीएओ संजीव कुमार ने निरीक्षण के दौरान किसानों से उचित मूल्य पर ही उर्वरक खरीदने की अपील की. उन्होंने कहा कि उर्वरक खरीद में किसी प्रकार की परेशानी होने पर किसान जिला कृषि कार्यालय के मोबाइल नंबर 9470803717 पर संपर्क करें. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि उर्वरक की बिक्री में अनियमितता पाए जाने पर संबंधित प्रतिष्ठानों पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने स्पष्ट किया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया और अन्य फॉस्फेटिक उर्वरक उपलब्ध हैं. किसानों से यह भी अनुरोध किया गया कि यदि भविष्य में डीएपी की आपूर्ति में कमी आती है, तो उसके विकल्प के रूप में टीएसपी (ट्रिपल सुपर फॉस्फेट) का उपयोग करें, जो समान रूप से प्रभावी है.
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