परैया. थाना क्षेत्र के सोलरा गांव निवासी सुनील कुमार देवघर यात्रा पर अपनी पत्नी सुमन कुमारी के साथ 25 जुलाई को निकले थे. देवघर में बाबा बैद्यनाथ के दर्शन के बाद जब वे बासुकीनाथ की ओर जा रहे थे, तभी रास्ते में उनकी सड़क दुर्घटना में चपेट में आकर सुमन कुमारी (30) की मौके पर ही मौत हो गयी. वहीं, सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गये हैं. दुर्घटना के बाद परिजनों को सूचित किया गया. शव बुधवार को गांव पहुंचने की संभावना है. घटना की सूचना मिलते ही गांव में शोक और संवेदना का माहौल फैल गया है. इस हृदयविदारक घटना ने सुनील के पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है. सुनील की पत्नी सुमन चार बच्चियों की मां थीं. सबसे बड़ी बेटी नौ वर्षीय ज्योति कुमारी सबको संभालने की कोशिश कर रही है, जबकि तीन वर्षीय जूली को अभी अपनी मां की कमी का भी ठीक से अहसास नहीं है. दो अन्य बेटियां अंशिका कुमारी और अमृता कुमारी भी इस घटना से बेसुध हैं. सुनील के वृद्ध माता-पिता सुरेश रविदास और श्रीमती देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. घर का पूरा दारोमदार सुनील और सुमन पर ही था. ऐसे में यह दुर्घटना परिवार के लिए एक असहनीय त्रासदी बनकर आयी है.
सड़क पर बिखरे पड़े थे शव, मंजर देख कांप उठे लोग
देवघर. देवघर-गोड्डा मुख्य मार्ग पर मंगलवार सुबह कांवरियों से भरी बस और ट्रक की आमने-सामने हुई टक्कर में भीषण हादसा हो गया. मोहनपुर के जमुनियां मोड़ के पास हुई इस दुर्घटना में चीख-पुकार से पूरा इलाका दहल उठा. हादसा इतना भयावह था कि बस के परखच्चे उड़ गये और सड़क खून से लाल हो गयी. ग्रामीणों ने अपनी जान की परवाह किये बिना घायलों को बस से बाहर निकाला. पुलिस व एंबुलेंस की टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य शुरू किया. हादसे के चंद सेकंड बाद ही आसपास के गांवों से लोग दौड़ पड़े. कोई घायल की बांह थामे खींच रहा था, तो कोई सिर पकड़े चीख रहा था. बस की सीटों पर शव पड़े थे. शवों को देखकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. कई कांवरियों का थैला अब भी बस में ही पड़ा है. मंजर इतना भयावह था कि वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें भर आयीं.
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