इमामगंज/डुमरिया. बोधिबिगहा थाना क्षेत्र के दुबाठ जंगल में गुरुवार को भवर टोला पर पहाड़ गांव के रहनेवाले रामराज यादव का शव मिलने की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. प्राथमिकी दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर उक्त मामले को सुलझाते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है. गिरफ्तार लोगों की पहचान झारखंड के पलामू जिले के हरिहरगंज थाना क्षेत्र के खड़गपुर गांव के रहनेवाले रंजन भुइंया उर्फ मुखिया भुइंया और हरिहरगंज थाने के अकौनी गांव के रहनेवाले राजेश यादव के रूप में की गयी है. यह बातें शनिवार को इमामगंज पुलिस अनुमंडल कार्यालय में हुई प्रेसवार्ता में डीएसपी अमित कुमार ने कहीं. उन्होंने बताया कि एक मई को बोधिबिगहा थाने को सूचना मिली की दुबाठ के जंगल में एक शव पड़ा है. इसकी सूचना थानाध्यक्ष पी आलोक पुलिस अधिकारी को देते हुए घटनास्थल पर दलबल के साथ पहुंचे. घटनास्थल पर मोबाइल, बाइक, ट्रैक्टर व रुपये बरामद किये गये. शव को पुलिस ने जब्त करते हुए पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया. इधर, एसएसपी आनंद कुमार इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सिटी एसपी रामानंद कुमार कौशल के मार्गदर्शन व इमामगंज डीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित करते हुए त्वरित व आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिये गये. इसके अलावा घटनास्थल पर एफएसएल व तकनीकी टीम को साक्ष्य संकलन के लिए भेजा गया.
तकनीकी अनुसंधान के आधार पर पहले जब्त किया मोबाइल फोन
उन्होंने बताया कि विशेष टीम के द्वारा तकनीकी अनुसंधान व सूचना संकलन कर लगातार छापेमारी करते हुए इस कांड में संलिप्त झारखंड के पलामू जिला अंतर्गत हरिहरगंज थाना क्षेत्र के खड़गपुर गांव के रहनेवाले रंजन भुइंया उर्फ मुखिया भुइंया को घर से पकड़ा गया. पूछताछ के दौरान रंजन भुइंया ने स्वीकार किया कि वह मृतक रामराज यादव का ट्रैक्टर चलाता था और अवैध रूप से बिहार-झारखंड के सीमावर्ती इलाकों से बालू खनन कर बेचता था. कुछ दिन पहले किसी बात को लेकर रामराज यादव ने उससे मारपीट की. इसी बात से नाराज होकर रंजन भुइंया ने बालू खनन करने वाले के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया. उन्होंने बताया कि आगे के अनुसंधान में विशेष टीम ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर दूसरे आरोपित झारखंड के पलामू जिला अंतर्गत हरिहरगंज थाना क्षेत्र के राजेश यादव को पूछताछ के लिए थाना पर बुलाया. पूछताछ के दौरान राजेश ने बताया कि रामराज यादव काफी कम रुपये में ग्राहक को बालू बेचता था. इससे उनका व्यवसाय प्रभावित हो रहा था. इसी कारण उसने अपने सहयोगियों व रामराज यादव के ट्रैक्टर चालक रंजन भुइंया के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया. उन्होंने बताया कि एफएसएल व तकनीकी टीम द्वारा घटनास्थल से एक गमछा और एक चप्पल बरामद किया था, जो रंजन भुइंया का था. इस घटना को लेकर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर इस हत्या कांड में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है