कोंच. टिकारी एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा संचालित मशरूम उत्पादन केंद्र का रविवार को केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी और टिकारी विधायक डॉ अनिल कुमार ने संयुक्त रूप से निरीक्षण किया. यह इकाई बड़गांव स्थित क्लस्टर में संचालित हो रही है, जिसमें लगभग 700 किसान जुड़कर मशरूम उत्पादन का काम कर रहे हैं. निरीक्षण के दौरान केंद्रीय मंत्री और विधायक ने मशरूम उत्पादन की संपूर्ण प्रक्रिया को देखा. उन्होंने कंपोस्ट निर्माण, उत्पादन कक्ष और संबंधित मशीनों का भी अवलोकन किया. इस दौरान कंपनी की निदेशक डॉ सुरभि कुमारी ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि भूंसा, मुर्गी की लाही और चोकर को मिलाकर कंपोस्ट तैयार किया जाता है, जिसे 35 दिनों तक विशेष कक्ष में रखा जाता है. इसके बाद अगले दो महीनों तक मशरूम की कटाई की जाती है. उन्होंने यह भी बताया कि गर्मियों में तापमान अधिक होने के कारण उत्पादन कठिन होता है, क्योंकि मशरूम के लिए आदर्श तापमान 18 डिग्री सेल्सियस से कम होता है. उत्पादित मशरूम की सप्लाइ गया, झारखंड और अन्य क्षेत्रों में की जाती है.
कंपनी की निदेशक पर नाराज हुए मंत्री
निरीक्षण के दौरान केंद्रीय मंत्री मांझी ने स्थानीय ग्रामीणों से भी बातचीत की और पूछा कि क्या यहां से मशरूम की आपूर्ति बाहर होती है. ग्रामीणों ने एक स्वर में पुष्टि की कि यहां से बड़े पैमाने पर विभिन्न स्थानों पर मशरूम भेजे जाते हैं. इस दौरान मंत्री मांझी ने कंपनी की निदेशक पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि हम एक वर्ष से इस विभाग के मंत्री हैं, फिर भी आज तक आपने हमसे मिलने की जरूरत नहीं समझी. हम गया जी के निवासी हैं और बड़गांव में इतने बड़े प्रोजेक्ट की जानकारी हमें नहीं दी गयी. कार्यक्रम के दौरान कंपनी के प्रोपराइटर प्रभात कुमार ने केंद्रीय मंत्री और विधायक को केवाल मध (शहद) भेंट कर सम्मानित किया. मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी सुजीत कुमार, डीएसपी सुशांत कुमार चंचल, कोंच थाना के अधिकारी सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे.
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