गया. ब्रह्मसत तालाब में गया की धार्मिक गाथा दिखाने के लिए लाइट एंड साउंड की योजना को 2022 के अंत तक 4.60 करोड़ रुपये खर्च कर पूरा किया गया था. काम पूरा होने के बाद बड़े ही तामझाम के साथ इसका उद्घाटन केंद्रीय व राज्य सरकार के मंत्रियों से कराया गया था. उस वक्त बताया गया था कि योजना में गया-बोधगया के धार्मिक गाथा को लेजर लाइट से वाटर स्क्रीन पर दिखाया जायेगा. लेकिन, वाटर स्क्रीन पर गाथा दिखाने का इंतजाम नहीं हुआ, तो योजना में शामिल नही होने के बाद भी दीवार खड़ी कर दी गयी. इसके बाद भी योजना में कई तरह की कमियां सामने आयीं, तो उसे चालू नहीं किया जा सका. अब पिछले दिनों बोर्ड की बैठक में 49 लाख और इस योजना पर खर्च करने की स्वीकृति दी गयी है. अब चर्चा है कि इस योजना में पहले ही पूरा काम नहीं कराया गया. निगम के इंजीनियर ने बताया कि योजना में पहले के ठेकेदार ने काम को पूरा ही नहीं किया. टिकट घर भी नहीं बनाया गया. दीवार ऊंचा नहीं होने के कारण शो चलाने में कई तरह की परेशानी होती है. खुले में शो चलाने से रोड पर खड़ा होकर ही लोग शो देख लेंगे. ऐसे में टिकट कोई नहीं लेगा.
यह था इस योजना का मुख्य उद्देश्य
योजना को पूरा करने का मुख्य उद्देश्य था कि गयाजी हर वक्त लोग पिंडदान के पहुंचते हैं. उनको धार्मिक आयोजनों में समय व्यतीत करने के लिए कोई जगह उपलब्ध नहीं होती. लाइट एंड साउंड योजना के माध्यम से लोगों के बीच गयाजी की धार्मिक गाथा का प्रचार होने के साथ लोगों के मनोरंजन का एक स्थल भी उपलब्ध हो जायेगा. यहां पर टिकट की व्यवस्था की गयी थी. दो-चार दिन पूरे तालाब में पर्दा लगाकर शो चलाने की कोशिश की गयी. पहले लोगों ने पर्दे ही फाड़ दिया. उसके बाद पूरी तौर से शो को बंद कर दिया गया. लोगों का कहना है कि कई वर्षों से मशीन पानी में रहने के चलते अब पूरी तौर से खराब हो गयी होगी.
बोर्ड में उठी यह बात
बोर्ड में लाइट एंड साउंड दोबारा चालू करने की बात सामने आते ही वार्ड पार्षद गजेंद्र सिंह ने कहा कि पहले इस योजना पर करोड़ों रुपये खर्च किये गये हैं. उसके बाद भी यहां शो नहीं चल सका. इस पर मेयर पक्ष की ओर से जवाब दिया गया कि शो चलाया गया है. खराबी आ गयी है इसे बनाने में 49 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे. इसे चलाने के लिए किसी एजेंसी को दे दिया जायेगा.
यहां आ रही है दिक्कत
शो चलाने से पहले बाउंड्री को ऊंचा करना होगा. या फिर यहां पर शो के टाइम में पर्दा लगाना होगा. लाइट कटने पर जेनरेटर से शो को चलाना होगा. इसके सिवाय यहां पर सुरक्षा का भी इंतजाम अतिआवश्यक होगाए ताकि महिलाओं को यहां कोई दिक्कत नहीं हो.
क्या कहते हैं मेयर
पहले के नगर आयुक्त से बार-बार मांग करने के बाद भी इसे चालू कराने के लिए पहल नहीं की गयी. इस बार के अधिकारी ने इसे चालू कराने में दिलचस्पी दिखायी है. 49 लाख रुपये में इसे चालू कराने का आकलन इंजीनियर ने किया है. कोशिश की जा रही है कि इसका लाभ लोगों को दिलाया जा सके.डॉ वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान
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