मानपुर.
गया, जहानाबाद और अरवल जिलों के पैक्स चेयरमैन, व्यापार मंडल अध्यक्ष और मगध सेंट्रल को-ऑपरेटिव के अध्यक्ष–उपाध्यक्ष समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में दवा और केमिकल क्षेत्र की नामचीन कंपनी अरिस्टो फार्मा के प्रबंध निदेशक उमेश कुमार शर्मा उर्फ भोला भाई ने लोगों को उनके हक-अधिकार के प्रति जागरूक किया. उन्होंने कहा कि अगर कोई भी नामी कंपनी बिहार में अपने उत्पाद बेचती है, तो उसे अपने मुनाफे का दो प्रतिशत सीएसआर फंड बिहार में खर्च करना चाहिए. यदि वह कंपनी यह पैसा महाराष्ट्र, गुजरात या केंद्र के खाते में भेजती है, तो बिहारवासियों को उनका उत्पाद नहीं खरीदना चाहिए. को-ऑपरेटिव से मजबूत होगा गांव और किसान बनेंगे सशक्तभोला भाई ने कहा कि अगर को-ऑपरेटिव सोसाइटी मजबूत होगी, तो सीधा लाभ गांव के छोटे और मध्यम किसानों को मिलेगा. उन्होंने अपने संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि मैं भी गांव में पढ़ा-पला, आज मेहनत और लगन से इस मुकाम पर पहुंचा हूं. उन्होंने बताया कि अरिस्टो फार्मा की नींव उनके बड़े भाई महेंद्र सिंह ने रखी, जो बिहार की राजनीति में भी चार दशक तक सक्रिय रहे. भाई की सोच थी कि सिर्फ मजदूर या सरकारी कर्मचारी बनकर नहीं, बल्कि हजारों बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर तैयार किए जाएं. कंपनी ने अब तक 250 गांवों को गोद लेकर सड़क, नाली, पक्की गली, शौचालय, पेयजल, सोलर पैनल, लैपटॉप वितरण जैसे मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करायीं. हाल ही में बक्सर जिले के नेली गांव को भी गोद लिया गया है, जहां विकास कार्य चल रहे हैं.मगध सेंट्रल को-ऑपरेटिव को करोड़ों का तोहफासभा मंच से भोला भाई ने मगध सेंट्रल को-ऑपरेटिव के लिए कई योजनाओं की घोषणा की. इसमें 200 लोगों के बैठने और प्रशिक्षण की सुविधा वाला अत्याधुनिक भवन, ऊंची चहारदीवारी और तारबंदी से सुरक्षा, पुरुषों और महिलाओं के लिए चार शौचालय, किसानों और पैक्स अध्यक्षों के लिए दो चलंत मोटर एटीएम वाहन, पर्यावरण के लिए फलदार और छायादार पौधों का रोपण, भोला भाई ने कहा कि मैंने किसानों की गरीबी करीब से देखी है. गांव में रहकर आगे बढ़ा, लेकिन अपने गांव और बिहार को आज भी नहीं भूला हूं. जब तक जीवित रहूंगा, सेवा कार्य निःशुल्क जारी रहेगा.
जहानाबाद में चहुंमुखी विकास, अब हेडक्वार्टर का विस्तारउन्होंने बताया कि पहले फेज में जहानाबाद और मखदुमपुर को-ऑपरेटिव सोसाइटी का विकास किया गया, जिसमें नयी बिल्डिंग, पेयजल, सार्वजनिक शौचालय, पर्यावरण के लिए पौधे और आधुनिक उपकरण शामिल हैं. फिलहाल मगध सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के तहत गया में नौ, जहानाबाद में दो और अरवल में एक को-ऑपरेटिव सोसाइटी संचालित हैं. विकास कार्य फेजवाइज जारी रहेगा.किसानों के लिए बोनस की मांगमगध सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष व गुरुआ विधायक विनय कुमार ने कहा कि अगर बाजार दर पैक्स से अधिक मिलती है, तो किसान पैक्स को धान–गेहूं नहीं बेचते. अन्य राज्यों की तरह बिहार में भी किसानों को बोनस दिया जाना चाहिए, तभी किसानों को असली लाभ मिलेगा.
सभा में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि रहे मौजूदइस मौके पर उपाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह उर्फ मुन्नू सिंह, बैंक के एमडी निकेश कुमार, डायरेक्टर विनय कुमार आजाद, सदस्य ओम बाबू, हरि सिंह, रंजू देवी, राजेश कुमार यादव, उदय सिंह, श्रवण सिंह, सुनील कुमार मंडल, राकेश सिंह, शंभु कुमार, विकास सिंह समेत सैकड़ों पैक्स अध्यक्ष शामिल हुए. स्वागत भाषण रिटायर्ड प्रो. अरुण कुमार शर्मा ने दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है